कोच्चि: किसी भी कर्मचारी के साथ क्रूरता की कोई सीमा हो सकती है, लेकिन केरल के कोच्चि शहर में एक मार्केटिंग कंपनी द्वारा की गई क्रूरता ने उन सीमाओं को भी पार कर दिया है। हिंदुस्तान पावरलिंक्स नामक इस कंपनी ने अपने कर्मचारियों के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार किया, जिसे देख कर हर कोई हैरान रह गया। कंपनी में कर्मचारियों को टारगेट पूरा न करने पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का शिकार बनाया जा रहा है, जिसका अब वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
कुत्ते की तरह घुमाया, अपमानित किया
वायरल हो रही तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कुछ कर्मचारियों की गर्दन में बेल्ट बांधकर उन्हें कुत्ते की तरह फर्श पर रेंगने के लिए मजबूर किया गया। इन कर्मचारियों को कुत्ते की तरह बर्तन से पानी पीने के लिए कहा गया और सड़े-गले फल को जमीन से उठाकर चाटने का दबाव डाला गया। आरोप है कि कर्मचारियों को एक कमरे में बंद कर, उन्हें एक-दूसरे के प्राइवेट पार्ट पकड़ने के लिए मजबूर किया जाता है और फर्श पर पड़े सिक्के चाटने का भी दबाव बनाया जाता है।
टारगेट पूरा न करने पर रोककर रखी जाती है सैलरी
कर्मचारियों का कहना है कि शुरुआत के छह महीने में उत्पीड़न कम होता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बढ़ता है, उन्हें टारगेट पूरा न करने पर मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। इसके बाद, कर्मचारियों को यह बताया जाता है कि अगर वे टारगेट पूरा नहीं कर पाते हैं तो उनकी सैलरी रोक दी जाती है, जिससे वे नौकरी छोड़ने का साहस नहीं कर पाते। इसके साथ ही कर्मचारियों को यह भी आश्वासन दिया जाता है कि छह महीने के बाद उन्हें एक अच्छा पद और वेतन मिलेगा, लेकिन इस दौरान उनका शोषण जारी रहता है।
सामाजिक संस्थाओं और नेताओं ने किया कड़ा विरोध
इस अमानवीय घटना के सामने आने के बाद, स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने इस मामले की कड़ी निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने न केवल केरल बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया है, जहां काम के माहौल को लेकर नए सवाल उठ रहे हैं।
यह मामला उस समय सामने आया है जब वर्कप्लेस में कर्मचारियों के अधिकारों और उनके शोषण को लेकर लगातार बहस हो रही है। अब देखना यह है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं, और क्या इस कंपनी को उसके किए की सजा मिलती है।