होलाष्टक: होली से पहले के आठ दिन, जानें इस समय के महत्व और सावधानियाँ

होलाष्टक: होली से पहले के आठ दिन, जानें इस समय के महत्व और सावधानियाँ
होलाष्टक: होली से पहले के आठ दिन, जानें इस समय के महत्व और सावधानियाँ

वाराणसी: होली का त्योहार भारत में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस सबसे बड़े और रंगीन पर्व से पहले एक महत्वपूर्ण समय होता है, जिसे होलाष्टक के नाम से जाना जाता है। होलाष्टक, जो शुक्ल पक्ष की आठवीं तिथि से प्रारंभ होकर होलिका दहन तक चलता है, इस वर्ष 7 मार्च से 13 मार्च तक मनाया जा रहा है। हालांकि होली एक शुभ और उल्लासपूर्ण त्योहार है, लेकिन होलाष्टक के आठ दिन खासे अशुभ माने जाते हैं।

होलाष्टक का महत्व

होलाष्टक के दौरान ग्रहों की स्थिति अशुभ मानी जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस समय अधिकांश ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल होती है, जिससे यह समय नए कार्यों, शादी, वाहन खरीदारी और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं होता। इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, और इसे ‘अशुभ’ माना जाता है।

होलाष्टक के दौरान क्या करें (Dos)

  1. मंदिर में जाएं: इस समय की नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए मंदिरों में जाकर भगवान से आशीर्वाद लें। यह न केवल आपको शांति देता है, बल्कि नकारात्मक प्रभावों से बचाने में भी मदद करता है।
  2. गरीबों को दान दें: इस समय दान देने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और यह न केवल आपकी स्थिति को बेहतर बनाता है, बल्कि अच्छे कर्म भी आकर्षित करता है।
  3. Lord Vishnu के नरसिंह अवतार के मंत्र का जाप करें: इस समय भगवान नरसिंह के मंत्रों का जाप करना, जैसे नरसिंह कवच, नकारात्मक शक्तियों को दूर करने का एक प्रभावी उपाय माना जाता है।

होलाष्टक के दौरान क्या न करें (Don’ts)

  1. नए कार्य शुरू न करें: इस समय नए कार्यों की शुरुआत करने से नुकसान हो सकता है। विशेष रूप से निम्नलिखित कार्यों को टालना चाहिए:
    • शादी
    • गृह प्रवेश (घर में प्रवेश)
    • नामकरण संस्कार
    • मुंडन (बच्चों का पहला बाल कटवाना)
    • महत्वपूर्ण चीजें खरीदना जैसे घर, कार, या आभूषण
    • नए व्यापार या कंपनी की शुरुआत

समापन

होलाष्टक का समय किसी भी नए प्रयास की शुरुआत के लिए उपयुक्त नहीं है। यह एक ऐसा समय है जब हमें सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है और अपनी मानसिक शांति बनाए रखने के लिए धार्मिक गतिविधियों में संलग्न होना चाहिए। इस समय का सही उपयोग करने से न केवल हम नकारात्मकता से बच सकते हैं, बल्कि हम अपने जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं।

Digikhabar Editorial Team
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