प्रयागराज: महाकुंभ मेले के अंतिम विशेष स्नान पर्व के मद्देनजर प्रशासन ने प्रयागराज में यातायात नियंत्रण के सख्त इंतजाम किए हैं। आज शाम 4 बजे से महाकुंभ मेला क्षेत्र को पूरी तरह से नो-व्हीकल जोन घोषित किया जाएगा, जबकि शाम 6 बजे से संपूर्ण प्रयागराज शहर में भी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।
आवश्यक सेवाओं को मिलेगी छूट
प्रशासन द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को इस प्रतिबंध से छूट दी जाएगी। इसमें दूध, सब्जियां, दवाइयां, ईंधन और आपातकालीन वाहनों को शामिल किया गया है। इसके अलावा, डॉक्टर, पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी स्वतंत्र रूप से आ-जा सकेंगे।
घाटों पर होगी विशेष व्यवस्था
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न प्रवेश मार्गों के अनुसार घाटों का निर्धारण किया है:
- दक्षिणी झूंसी मार्ग और अरैल सेक्टर से आने वालों के लिए: अरैल घाट
- उत्तरी झूंसी मार्ग से आने वालों के लिए: हरिश्चंद्र घाट और ओल्ड जीटी घाट
- पांडे क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए: भरद्वाज घाट, नागवासुकी घाट, मोरी घाट, काली घाट, राम घाट और हनुमान घाट
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे अपने निकटतम घाट पर स्नान करें और आसपास के शिवालयों में पूजा-अर्चना करें ताकि प्रमुख तीर्थ स्थलों पर भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
पुलिस प्रशासन ने की अपील
मेले की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए मेला पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं से निर्देशों का पालन करने और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि भीड़ के घनत्व के अनुसार पोंटून पुलों को नियंत्रित किया जाएगा ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।
62 करोड़ श्रद्धालु ले चुके हैं डुबकी: योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि अब तक महाकुंभ में 62 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि दुनियाभर में लगभग 120 करोड़ सनातन धर्म के अनुयायी हैं, जिनमें से आधे से अधिक श्रद्धालु पहले ही पवित्र स्नान कर चुके हैं। उन्होंने कुंभ मेले को अनूठा आयोजन बताते हुए कहा कि इतनी विशाल संख्या में श्रद्धालुओं का एक निश्चित समयावधि में एकत्रित होना किसी अन्य धर्म या संप्रदाय में देखने को नहीं मिलता।
महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने यह सख्त कदम उठाया है ताकि सुचारू व्यवस्था बनी रहे और किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।