
पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची (वोटर लिस्ट) से नाम हटाए जाने की खबरों ने सियासी हलचल तेज कर दी है। इस मुद्दे पर बुधवार को विधानसभा में जोरदार बहस और हंगामा हुआ। विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने दिखे। बहस के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर खुलकर हमला बोला और उनकी पार्टी राजद को कटघरे में खड़ा कर दिया।
“बेवजह का हंगामा कर रहे हैं” — नीतीश कुमार
विधानसभा में बहस के दौरान सीएम नीतीश कुमार अपनी सीट से उठ खड़े हुए और तेजस्वी यादव के भाषण का जवाब देते हुए कहा,
“यहां बेवजह का हंगामा कर रहे हैं। चुनाव लड़िए, जितना अंड-बंड बोलना हो चुनाव के दौरान बोलिए।”
नीतीश ने अपने पुराने कार्यों का ज़िक्र करते हुए कहा,
“पहले महिलाओं के लिए क्या किया गया था? हमने ही 2006 से 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। जिसकी माता (राबड़ी देवी) मुख्यमंत्री थी, तब कुछ नहीं किया गया। महिलाओं और मुसलमानों के लिए सारा काम हमने ही किया है।”
“2005 से पहले बिहार में कुछ नहीं था” — लालू राज पर हमला
नीतीश कुमार ने आगे लालू यादव के शासनकाल को निशाने पर लेते हुए कहा,
“2005 से पहले बिहार में कुछ नहीं था। महिलाओं को आरक्षण हमने दिया। आप लोगों ने किसी वर्ग के लिए कुछ नहीं किया। हम आपके साथ कुछ दिन के लिए जरूर गए थे, लेकिन जब देखा कि काम नहीं हो रहा है तो वापस आ गए।”
उन्होंने यह भी कहा कि,
“आप चुनाव में जाइये, जनता जिसे चाहेगी उसे मौका देगी। सबको अधिकार है चुनाव लड़ने का, लेकिन बच्चों जैसी बात मत कीजिए।”
पटना में कानून व्यवस्था का हवाला
मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा,
“तुम बहुत बच्चे हो। पहले पटना शहर में शाम को कोई निकलता था क्या? आज देखो, स्थिति कितनी बदली है। हमने प्रदेश में कानून व्यवस्था सुधारी है।”
SIR पर सरकार की सफाई
SIR (Special Intensive Revision) यानी विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा,
“जो प्रक्रिया हो रही है, वह चुनाव आयोग की निगरानी में है। इसमें किसी तरह की राजनीति की कोई जगह नहीं है।”
विपक्ष का विरोध जारी
विपक्षी दलों ने SIR प्रक्रिया में कथित धांधली और पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाते हुए बुधवार को काले कपड़े पहनकर विधानसभा में विरोध जताया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा था कि SIR को लेकर चुनाव आयोग को निष्पक्ष और पारदर्शी रवैया अपनाना चाहिए।
बिहार विधानसभा में SIR प्रक्रिया को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच जारी टकराव ने चुनाव से पहले माहौल को गरमा दिया है। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पुराने कार्यों को गिनाकर विपक्ष को आड़े हाथों लिया, वहीं तेजस्वी यादव ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। आने वाले दिनों में यह मुद्दा बिहार की राजनीति में और भी बड़ा रूप ले सकता है।