नई दिल्ली: इज़राइल द्वारा शुक्रवार को ईरान पर किए गए सैन्य हमले के बाद हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इस कार्रवाई के तहत इज़राइल ने ईरान के नतांज स्थित प्रमुख परमाणु संवर्धन केंद्र समेत कई रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाया। इस पूरे घटनाक्रम के बीच भारत ने ईरान और इज़राइल में रह रहे भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों के लिए सावधानी बरतने की एडवाइजरी जारी की है।
भारतीय दूतावास की ईरान में अपील:
तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक आधिकारिक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा:
“वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए, ईरान में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों एवं भारतीय मूल के लोगों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें, अनावश्यक आवाजाही से बचें, दूतावास के सोशल मीडिया अकाउंट्स को फॉलो करें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें।”
इज़राइल में भी भारतीयों के लिए एडवाइजरी:
इज़राइल में भारतीय दूतावास ने भी वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। बयान में कहा गया:
“क्षेत्र में उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर, सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें, इज़राइली अथॉरिटी और होम फ्रंट कमांड (https://oref.org.il/eng) द्वारा जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें, अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों के निकट रहें।”
‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ की घोषणा
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस सैन्य कार्रवाई को “ऑपरेशन राइजिंग लायन” नाम दिया है और कहा है कि इसका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकना है। नेतन्याहू ने बताया कि यह हमला ईरान की ओर से संभावित परमाणु हमले को रोकने के लिए जरूरी था।
ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी की मौत
ईरान की सरकारी मीडिया ने पुष्टि की है कि इस हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी की मौत हो गई है। साथ ही, एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी और दो परमाणु वैज्ञानिक भी इस हमले में मारे गए हैं। इस घटना को इज़राइल-ईरान संबंधों में अब तक की सबसे बड़ी सैन्य झड़प माना जा रहा है।
आगे की स्थिति गंभीर
इज़राइल ने संभावित ईरानी प्रतिक्रिया को लेकर चेतावनी जारी की है और नागरिकों से सतर्क रहने को कहा है। कई विश्लेषकों का मानना है कि यह हमला पश्चिम एशिया में बड़े संघर्ष की शुरुआत हो सकता है।
भारत सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी यह दर्शाती है कि स्थिति बेहद संवेदनशील है। ईरान और इज़राइल में रह रहे भारतीयों को चाहिए कि वे आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें, अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।