ईरान ने दागी ‘Fattah’ हाइपरसोनिक मिसाइल, इज़रायल के रक्षा कवच को चीरते हुए छह दिन से जारी संघर्ष में लाई नया मोड़

ईरान ने दागी 'Fattah' हाइपरसोनिक मिसाइल, इज़रायल के रक्षा कवच को चीरते हुए छह दिन से जारी संघर्ष में लाई नया मोड़
ईरान ने दागी 'Fattah' हाइपरसोनिक मिसाइल, इज़रायल के रक्षा कवच को चीरते हुए छह दिन से जारी संघर्ष में लाई नया मोड़

तेहरान/यरुशलम: ईरान द्वारा बुधवार को दागी गई एक तेज़ रफ्तार प्रक्षेपास्त्र की वायरल फुटेज ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। लोगों ने इसे उल्का से लेकर हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल तक बताया, लेकिन बाद में पुष्टि हुई कि यह ईरान की नई ‘Fattah’ हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल थी, जिसकी गति मैक 15 (ध्वनि की गति से 15 गुना) तक मानी जा रही है।

यह प्रक्षेपण ईरान के ऑपरेशन ‘True Promise III’ का ग्यारहवां चरण था, जिसने इज़रायली रक्षा प्रणाली को भेदते हुए देश के केंद्रीय हिस्सों में आग और भारी नुकसान पहुंचाया। इसके जवाब में इज़रायल ने ईरान के अंदर सैन्य ठिकानों पर retaliatory एयरस्ट्राइक की।

IRGC ने बताया ‘टर्निंग पॉइंट’

ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इसे एक “ऐतिहासिक मोड़” करार देते हुए कहा,
“शक्तिशाली और अत्यधिक कुशल Fattah मिसाइलों ने आज रात डरपोक ज़ायोनिस्टों के बंकरों को बार-बार हिलाया, और हमारे दृढ़ संकल्प का संदेश उनके युद्धप्रिय सहयोगी तक पहुंचाया।”

IRGC के मुताबिक, यह मिसाइल ठोस ईंधन पर चलती है, जो इसे बेहद तेज़ और अधिक मोबाइल बनाती है। इसकी विशेषता यह है कि यह मिड-फ्लाइट में दिशा बदल सकती है, जिससे इसे रोक पाना मौजूदा मिसाइल-रोधी प्रणालियों के लिए बेहद मुश्किल हो जाता है।

क्या है Fattah हाइपरसोनिक मिसाइल?

  • गति: मैक 13 से मैक 15 (15,000 से अधिक किमी/घंटा)
  • ईंधन: ठोस
  • विशेषता: उड़ान के दौरान दिशा बदलने की क्षमता
  • उद्देश्य: हवाई सुरक्षा कवच को भेदना और अचूक लक्ष्यभेदन

रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, हाइपरसोनिक मिसाइलें पाँच गुना से अधिक ध्वनि की गति से उड़ती हैं और इन्हें ट्रैक करना या नष्ट करना अत्यंत कठिन होता है। IRGC अधिकारियों का दावा है कि अधिकांश बैलिस्टिक मिसाइलें टारगेट की ओर गोता लगाते समय कुछ क्षणों के लिए हाइपरसोनिक गति हासिल करती हैं, लेकिन Fattah इसकी तुलना में कहीं अधिक नियंत्रण और सटीकता रखती है।

संघर्ष का छठा दिन, बढ़ती चिंताएं

इस मिसाइल हमले के बाद इज़रायल और ईरान के बीच लगातार चल रहे सैन्य हमलों ने छठे दिन में प्रवेश कर लिया है। दोनों देशों के बीच जारी यह संघर्ष अब और अधिक उच्च तकनीक वाले हथियारों की दौड़ में बदलता दिख रहा है, जिससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ने की आशंका और गहराई है।

Fattah मिसाइल का सफल प्रक्षेपण सिर्फ एक सैन्य उपलब्धि नहीं, बल्कि ईरान की रणनीतिक और तकनीकी शक्ति का भी प्रदर्शन है। इसकी हाइपरसोनिक क्षमताएं भविष्य में पश्चिम एशिया की सुरक्षा व्यवस्था को गंभीर चुनौती दे सकती हैं। आने वाले दिनों में इस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा।