मिसुरु (30 जून, 2025): कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में राज्य विधान सभा और पार्टी सदस्यों के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बदलने की अफवाहें तेज़ हो रही थीं। इन कयासों को दबाने के लिए मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री DK शिवकुमार ने सार्वजनिक रूप से एकता का संदेश दिया।
मीडिया के सामने एकजुटता की तस्वीर
- सोमवार सुबह मिसुरु एयरपोर्ट पर मीडिया कवरेज के दौरान दोनों नेताओं ने एक साथ हाथ उठाकर एक मजबूत भूमिका दिखाई।
- सिद्धारमैया ने कहा, “हमारा सरकार पाँच साल पूरा करेगी और यह चट्टान की तरह मजबूत है”, वहीं शिवकुमार चुपचाप मुस्कुराते रहे।
सवाल औपचारिक सत्ता बदलाव को लेकर
- कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge ने हाल में संकेत दिया था की हाई कमान को नेताओं के बदलाव का अधिकार है, जिससे सियासी चर्चाएँ तेज़ हो गईं।
- हालाकि CM Siddaramaiah ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि उनके और Shivakumar के बीच किसी भी तरह का मतभेद नहीं है, और दोनों के संबंध अच्छे हैं।
अंदरूनी खींचतान का संदर्भ
- कांग्रेस के प्रदेश महासचिव Randeep Surjewala बेंगलुरु पहुंचे ताकि पार्टी की एकता और विधायकों की चिंता को दूर किया जा सके।
- कुछ कांग्रेस विधायक जैसे BR पाटिल, राजू कगे आदि ने सरकार की कार्यप्रणाली पर असहमति जताई, जिससे सत्ता-स्थायित्व को लेकर सियासी हलचल बढ़ी।
- कुछ चर्चाओं के अनुसार, शिवकुमार का नाम अगली CM के रूप में संभावित शख्सियतों में शामिल है।
सार्वजनिक मंच से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने एक साथ हाथ उठाकर कांग्रेस की एकता का स्पष्ट संदेश दिया। यह कदम उन अटकलों के बीच उठाया गया जिनमें सत्ता परिवर्तन की बातें चल रही थीं।
कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge द्वारा यह कहे जाने के बाद कि “हाई कमान ही अंतिम निर्णय लेगा,” इन अटकलों को और बल मिला। इसके बाद कांग्रेस महासचिव Randeep Surjewala की बेंगलुरु यात्रा ने सियासी हलचल और बढ़ा दी।
पार्टी के भीतर कुछ विधायकों ने मुख्यमंत्री की कार्यशैली को लेकर असहमति जताई है। हालांकि, शीर्ष नेता सार्वजनिक रूप से एकता बनाए रखने की कोशिश करते दिखाई दिए हैं, ताकि पार्टी की छवि पर कोई आंच न आए।