कुछ दिन पहले कोलकाता के लॉ कॉलेज में हुई गैंगरेप की दिल दहला देने वाली घटना से जुड़े कई महत्वपूर्ण घटनाएं और जांच से जुड़े अपडेट सामने आए हैं। नेशनल कमिशन फॉर वीमेन (NCW) की टीम प्रमुख अर्चना मजूमदार कॉलेज पहुंचीं। प्रारंभ में उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। बाद में सख्त शर्तों पर केवल 10 मिनट की जांच करने दी गई। पुलिस की सहयोग की कमी पर उन्होंने चिंता जताई।
चौथे आरोपी, गॉर्ड गिरफ्तार
पुलिस ने अब इस मामले में चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो कॉलेज का सुरक्षा गार्ड है। जांच में सामने आया कि यह गार्ड घटना के समय परिसर में मौजूद था कुछ रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि घटना के दौरान पीड़िता को जिस गार्ड रूम में ले जाया गया, वहां यह गार्ड मौजूद था। CCTV फुटेज में उसकी मौजूदगी की पुष्टि हुई है। गार्ड की गिरफ्तारी से यह मामला और भी गंभीर हो गया है, क्योंकि अब सवाल सिर्फ छात्रों की नहीं, कॉलेज प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था और लापरवाही पर भी उठने लगे हैं। इसके साथ ही अब तक कुल चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
पीड़िता का बयान और वीडियो, साक्ष्य मेल खाते हैं
SIT के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि वह “मृत शरीर की तरह” पड़ी रही। आरोपियों ने हॉकी स्टिक से हमला किया और वीडियो रिकॉर्ड किया था। उसके बयान से साक्ष्य मेल खा रहे हैं, जैसे हॉकी स्टिक, डीएनए, और वीडियो क्लिप्स।
CCTV फुटेज कटाक्ष
CCTV कैमरों ने स्पष्ट रूप से सोमवार शाम 3:30 PM से 10:50 PM तक फुटेज रिकॉर्ड किया, जिसमें दिखता है कि कैसे पीड़िता को जबरदस्ती कैंपस में ले जाया गया और गार्ड रूम में प्रवेश कराया गया।
प्रमुख आरोपी की आपराधिक पृष्ठभूमि
मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा के खिलाफ पहले से कई मामलों में दर्ज थे। वह टीएमसी छात्र परिषद के पूर्व नेता और कॉलेज में एक स्टाफ की भूमिका भी निभा चुका है, साथ ही राजनीतिक संरक्षण की आशंका जताई जा रही है ।
अब तक क्या हुआ
पाँच सदस्यीय SIT, ACP स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में गठित की गई है। 4 आरोपी हिरासत में, और ऐतिहासिक डिजिटल और फिजिकल साक्ष्य दर्ज किए जा चुके हैं। CCTV और मेडिकल रिपोर्ट्स ने पीड़िता के यौन हमला होने की पुष्टि की है। वीडियो रिकॉर्डिंग, कॉल-डेटा, हॉकी स्टिक और गार्ड रूम में मूक गवाह बने CCTV को पुलिस अपने हवाले में ले चुकी है।