दुबई: भारतीय क्रिकेट टीम के प्रतिभाशाली लेफ्ट-आर्म चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से सुर्खियों में हैं। पाकिस्तान के खिलाफ हाल ही में खेले गए मुकाबले में उन्होंने 3 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था, खासकर क्योंकि वह लंबे समय से चोट के कारण टीम से बाहर थे।
संघर्ष और वापसी की कहानी
कानपुर के एक छोटे से इलाके से आने वाले कुलदीप यादव शुरुआत में तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन कोच कपिल पांडे ने उन्हें चाइनामैन गेंदबाज बनने की सलाह दी। उन्होंने इस राह को अपनाया और जल्द ही अपनी अनोखी गेंदबाजी शैली से क्रिकेट की दुनिया में नाम कमाया। 2014 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में वह भारत के प्रमुख विकेटटेकर्स में शामिल रहे और उन्होंने इस टूर्नामेंट में हैट्रिक लेकर इतिहास रचा।
2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट में कुलदीप ने अपने डेब्यू टेस्ट में ही 4 विकेट लेकर अपनी काबिलियत साबित कर दी। इसके बाद वनडे और टी20 में भी उन्होंने अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाया। लेकिन 2019 के बाद उनका प्रदर्शन गिरने लगा और विरोधी बल्लेबाज उनकी गेंदबाजी को पढ़ने लगे। इस दौरान वह चोटिल भी हो गए, जिससे उनकी लय बिगड़ गई। घुटने की सर्जरी के बाद वह क्रिकेट से दूर हो गए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में कठिन परिश्रम करके फिर से टीम में जगह बनाई।
पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन
हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में कुलदीप ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया। पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ विकेट नहीं लेने के कारण उन पर दबाव था, लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए 3 विकेट चटकाए। उन्होंने सलमान आगा को फ्लाइटेड गेंद पर आउट किया, शाहीन अफरीदी को गुगली से चकमा दिया और नसीम शाह को धीमी गेंद पर गच्चा देकर कैच आउट कराया।
मैच के बाद कुलदीप ने कहा, “जब मैं अपनी पहली ओवर डालने आया, तभी मुझे लगा कि मेरी लय वापस आ चुकी है। चोट के बाद गेंदबाजी में सही तालमेल बैठाने में समय लगता है, लेकिन मैं अब पूरी तरह से सहज महसूस कर रहा हूँ।”
आईपीएल और भविष्य की उम्मीदें
आईपीएल में भी कुलदीप का सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा है। मुंबई इंडियंस और फिर कोलकाता नाइट राइडर्स से खेलने के बाद उन्हें 2022 में दिल्ली कैपिटल्स ने मौका दिया, जहां उन्होंने 14 मैचों में 21 विकेट लेकर अपनी शानदार वापसी दर्ज कराई।
कुलदीप यादव की यह वापसी न केवल उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी राहत की खबर है। एक समय ऐसा था जब उनकी गेंदबाजी की धार कमजोर पड़ गई थी, लेकिन अब वह फिर से अपने चरम पर लौटते दिख रहे हैं। उनकी गेंदबाजी में विविधता और आत्मविश्वास उन्हें भारत की स्पिन आक्रमण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है।
आगामी टूर्नामेंटों में भारतीय टीम को उनसे काफी उम्मीदें रहेंगी। यदि वह इसी तरह प्रदर्शन करते रहे, तो वह भारत के लिए कई और यादगार मैच जीत सकते हैं।