कुवैत के मंगाफ शहर की एक इमारत में आग लगने से 40 लोगों की मौत हो गई है। इसमें कई भारतीयों के भी मारे जाने की आशंका है। रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार सुबह 4:30 बजे लेबर कैंप की रसोई में आग लग गई। आग देखकर अपार्टमेंट से बाहर कूदने से कुछ लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य जलने और धुएं के कारण दम घुटने से मारे गए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि उन्हें यह सुनकर ‘गहरा सदमा’ लगा है कि दक्षिणी कुवैत के मंगाफ शहर में श्रमिकों के आवास वाली एक इमारत में लगी आग में 41 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि भारतीय दूत ने शिविर का दौरा किया है। उन्होंने कहा कि आग लगने के बाद 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 50 से अधिक अस्पताल में भर्ती हैं। कुवैत में भारतीय दूतावास ने प्रभावित लोगों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
उन्होंने कहा, “कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है। कथित तौर पर 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 50 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं। हमारे राजदूत शिविर में गए हैं। हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “दुखद रूप से जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित लोगों को पूरी सहायता प्रदान करेगा।” कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर भी साझा किया और भारतीय श्रमिकों से जुड़ी दुखद आग दुर्घटना से जुड़े लोगों से किसी भी सहायता के मामले में संपर्क करने को कहा।
कुवैत में भारतीय दूतावास ने कहा, “आज भारतीय कामगारों से जुड़ी दुखद आग दुर्घटना के संबंध में दूतावास ने एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर: +965-65505246 जारी किया है। सभी संबंधित लोगों से अनुरोध है कि वे अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ें। दूतावास हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।” रॉयटर्स और एएफपी की अलग-अलग रिपोर्टों में कहा गया है कि कुवैत में विदेशी कामगारों की अधिक आबादी वाले इलाके में एक इमारत में आग लगने से 35 से अधिक लोग मारे गए। कुवैती अखबार अल-जरीदा ने कहा कि कतर के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसेफ ने पीड़ितों से मुलाकात की।