
नई दिल्ली/लेह: लद्दाख में हाल ही में भड़की हिंसा के मामले में बड़ा प्रशासनिक एक्शन सामने आया है। जाने-माने पर्यावरण कार्यकर्ता और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक को पुलिस ने गुरुवार दोपहर 2:30 बजे हिरासत में ले लिया। यह कार्रवाई उस हिंसक प्रदर्शन के दो दिन बाद हुई है जिसमें 4 लोगों की मौत और 70 से अधिक लोग घायल हो गए थे। प्रदर्शनकारियों ने भारी तोड़फोड़, आगजनी और BJP दफ्तर को भी आग के हवाले कर दिया था।
वांगचुक को बताया गया हिंसा के लिए जिम्मेदार
पुलिस महानिदेशक एस डी सिंह जामवाल के नेतृत्व में वांगचुक को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, अभी तक उन पर लगे आरोपों का आधिकारिक ब्योरा नहीं दिया गया है। लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वांगचुक को हिंसा के लिए उकसावे का जिम्मेदार बताया है।
NGO SECMOL का FCRA लाइसेंस रद्द
सरकार ने सोनम वांगचुक के एनजीओ स्टूडेंट्स एजुकेशन एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) के FCRA लाइसेंस को रद्द कर दिया है, जिससे उसे विदेशी फंडिंग मिलती थी। साथ ही, NGO का रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर दिया गया है। आरोप है कि NGO ने विदेशी फंडिंग के कानूनों का बार-बार उल्लंघन किया है।
NDTV से बोले वांगचुक: आरोप बेबुनियाद, समय समाधान का है
NDTV से बातचीत में सोनम वांगचुक ने कहा,
“यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है, बल्कि बैठकर समस्या का समाधान निकालने का है। मुझे यह बचकाना लगा कि जब यहां लोगों की मौत हुई है, तो सरकार आरोप-प्रत्यारोप में उलझ रही है। ये केवल चतुराई है। इससे युवा और गुस्से में आएंगे। मेरे ऊपर लगे आरोपों की कोई बुनियाद नहीं है।”
क्यों भड़की थी लद्दाख में हिंसा?
सोनम वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा और भारतीय संविधान की छठी अनुसूची के तहत विशेष पहचान देने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत हैं। उनका आंदोलन 10 सितंबर से दोबारा सक्रिय हुआ, जिसके तहत वे लगातार भूख हड़ताल पर भी बैठे थे। बुधवार को प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद प्रशासन ने यह कड़ा कदम उठाया।
कौन हैं सोनम वांगचुक?
- जन्म: 1 सितंबर 1966, लद्दाख
- पिता का नाम: सोनम वांग्याल
- माता का नाम: शेरिंग
- शिक्षा: मैकेनिकल इंजीनियरिंग, NIT श्रीनगर
- प्रसिद्धि: इंजीनियर, शिक्षक और पर्यावरण कार्यकर्ता
- स्थापना: SECMOL (Students’ Educational and Cultural Movement of Ladakh)
सोनम वांगचुक को आम जनता और युवाओं के बीच उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता, शिक्षा में नवाचार और जलवायु परिवर्तन पर काम के लिए जाना जाता है। वे ‘3 इडियट्स‘ फिल्म के किरदार ‘फुंसुख वांगड़ू’ के प्रेरणा स्रोत भी माने जाते हैं। स्थिति अभी संवेदनशील बनी हुई है, और प्रशासन की निगाहें लद्दाख में शांति बहाली पर केंद्रित हैं। वहीं, वांगचुक की गिरफ्तारी ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस को तेज कर दिया है।