
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ 2025 ने न केवल श्रद्धालुओं को बल्कि देश-विदेश के पर्यवेक्षकों को भी आकर्षित किया है। इस भव्य आयोजन में हर दिन नई कहानियां उभर रही हैं, और इन्हीं कहानियों में से एक है चाय और आधुनिक तकनीक का अनोखा संगम।
हावर्ड प्रोफेसर की अनोखी दृष्टि
महिंद्रा ग्रुप के चेयरपर्सन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में हावर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर तरुण खन्ना के ब्लॉग पोस्ट का जिक्र करते हुए इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। प्रोफेसर खन्ना फिलहाल प्रयागराज में महाकुंभ में मौजूद हैं और उन्होंने आयोजन के अद्भुत पहलुओं पर प्रकाश डाला है।
तरुण खन्ना ने अपने ब्लॉग में ‘चाय प्वाइंट’ का उल्लेख करते हुए बताया कि यहां चाय रोबोट्स की मदद से बनाई और परोसी जा रही है। यह तकनीक न केवल उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करती है, बल्कि कीमतें भी बेहद किफायती हैं। उन्होंने इसे पारंपरिक चाय और आधुनिक तकनीक का बेहतरीन उदाहरण बताया। उनके शब्दों में, “स्टारबक्स को जलन हो सकती है!”
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की तैयारी
महाकुंभ में चाय प्वाइंट और उसके साझेदार कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) ने 1 करोड़ से अधिक चाय के कप बेचने का लक्ष्य रखा है। वे इसे एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं। प्रत्येक चाय के कप में नंदिनी ब्रांड का दूध उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही, नंदिनी ब्रांड के दूध से बनी मिठाइयां और मिल्कशेक भी परोसे जा रहे हैं।
प्रयागराज: अस्थायी लेकिन चमत्कारी शहर
प्रोफेसर खन्ना ने अपने ब्लॉग में महाकुंभ के आयोजन स्थल को एक “अद्भुत शहर” करार दिया। उनके अनुसार, यह शहर एक पवित्र नदी के किनारे अस्थायी रूप से बनाया गया है, जिसे आयोजन के बाद पर्यावरण के अनुकूल तरीके से हटा दिया जाएगा।
इसके अलावा, उन्होंने सुरक्षा व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए लिखा कि यहां पारा कमांडो और अंतरिक्ष युग की निगरानी तकनीक का उपयोग हो रहा है। NASA की तर्ज पर कंट्रोल रूम, सर्विलांस ड्रोन और सेंसर्स की मदद से सुरक्षा और अन्य समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।
40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की उम्मीद
महाकुंभ 2025 हिंदू धर्म का एक ऐतिहासिक और पवित्र आयोजन है, जो हर 144 साल में आयोजित होता है। इस साल यह 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में आयोजित हो रहा है। आयोजकों के मुताबिक, इस साल यहां 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
मुख्य स्नान की तिथियां
महाकुंभ 2025 अमृत स्नान की तिथियां
13 जनवरी (सोमवार)- स्नान, पौष पूर्णिमा
14 जनवरी (मंगलवार)- अमृत स्नान, मकर सक्रांति
29 जनवरी (बुधवार)- अमृत स्नान मौनी अमावस्या
3 फरवरी (सोमवार)- अमृत स्नान, बसंत पंचमी
12 फरवरी (बुधवार)- स्नान, माघी पूर्णिमा
26 फरवरी (बुधवार)- स्नान, महाशिवरात्रि
महाकुंभ: आस्था, संस्कृति और नवाचार का मेल
महाकुंभ न केवल भारतीय संस्कृति और आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है, बल्कि यह आयोजन भारत की तकनीकी प्रगति और कुशल व्यवस्थाओं को भी दर्शाता है। यहां चाय जैसे छोटे पहलू भी लाखों श्रद्धालुओं के दिलों में जगह बना रहे हैं, और आधुनिक तकनीक इसे वैश्विक मंच पर अलग पहचान दे रही है।
प्रयागराज का महाकुंभ 2025 सचमुच एक अद्भुत अनुभव है, जहां आस्था, नवाचार और संस्कृति एक साथ जीवंत हो उठते हैं।