Meghalaya Honeymoon Murder Case: राजा रघुवंशी की हत्या में इस्तेमाल हुआ दूसरा हथियार बरामद , खुले और भी राज

Meghalaya Honeymoon Murder Case: राजा रघुवंशी की हत्या में इस्तेमाल हुआ दूसरा हथियार बरामद , खुले और भी राज
Meghalaya Honeymoon Murder Case: राजा रघुवंशी की हत्या में इस्तेमाल हुआ दूसरा हथियार बरामद , खुले और भी राज

शिलॉन्ग: इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में मेघालय पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल दूसरा हथियार भी बरामद कर लिया है। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने सभी आरोपियों, जिनमें राजा की पत्नी सोनम भी शामिल है, को शिलॉन्ग से करीब 65 किमी दूर सोहरा ले जाकर भारी सुरक्षा के बीच क्राइम सीन का पुनर्निर्माण किया।

इस दौरान पुलिस ने आरोपियों से दूसरे हथियार के बारे में पूछताछ की, जिसमें उन्होंने उसका ठिकाना बताया। इसके बाद SDRF और पुलिस की टीम मेटल डिटेक्टर की मदद से मौके पर पहुंची और हथियार को बरामद कर लिया। पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिएम ने इसकी पुष्टि की और कहा कि यह हथियार भी हत्या में इस्तेमाल हुआ था। दोनों हथियार गुवाहाटी, असम की एक ही दुकान से खरीदे गए थे। फिलहाल इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

हत्या के तरीके से जुड़ी दिल दहला देने वाली जानकारियां

क्राइम सीन के री-क्रिएशन के दौरान हत्याकांड के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। एसपी विवेक सिएम ने बताया, “पहला वार विशाल ने पीछे से किया जब सोनम सामने खड़ी थी। यह सबसे घातक वार था, जिसे दोनों हाथों से किया गया। इसके बाद आनंद ने दूसरा वार किया और आखिरी वार आकाश ने किया।”

आरोपियों ने बताया कि हत्या में दो माछेटी (तेजधार हथियार) का इस्तेमाल हुआ। “राजा अचानक हुए हमले से संभल नहीं पाया और उसे लगे गंभीर वारों की वजह से उसकी मौत हुई,” एसपी सिएम ने बताया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राजा की मौत खाई में गिरने से नहीं हुई, बल्कि वारों से ही उसकी जान गई।

हत्या की साजिश और मौके का चुनाव

जांच में पता चला है कि हत्या की साजिश सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने मिलकर रची थी। कुशवाहा, जो सोनम के परिवार की कंपनी में कर्मचारी है, खुद मेघालय नहीं आया ताकि शक न हो। पहले हत्या की योजना नोंगरियाट गांव में बनाई गई थी, लेकिन शव को ठिकाने लगाने की उपयुक्त जगह न मिलने के कारण यह योजना विफल रही।

एसपी ने बताया कि सोनम ने क्राइम सीन पर “अपराधियों की तरह अफसोस” जताया, लेकिन अभी यह तय नहीं किया जा सकता कि उसमें सच्चा पछतावा था या नहीं।

हत्या के बाद सोनम का फरार होना

राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी और वे 20 मई को गुवाहाटी होते हुए मेघालय हनीमून मनाने पहुंचे थे। 23 मई को दोनों नोंगरियाट के एक होमस्टे से चेकआउट करने के कुछ घंटे बाद ही लापता हो गए। 2 जून को राजा का शव वेसॉडोंग फॉल्स के पास एक गहरी खाई में मिला। इसके बाद सोनम की तलाश शुरू हुई।

9 जून को सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने पेश हुई। इससे पहले वह असम, पश्चिम बंगाल, बिहार और यूपी होते हुए इंदौर भाग चुकी थी। उसने हत्या के बाद जल्दबाजी में छोड़ा गया ‘मंगलसूत्र’ और एक अंगूठी अपने ट्रॉली बैग में छोड़ दी थी, जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ।

पुलिस ने इस मामले में राज कुशवाहा और तीन सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है। हत्याकांड की जांच फिलहाल जारी है और पुलिस को कुछ और अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।