नई दिल्ली: 2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई निजी सचिव (Private Secretary) के रूप में नियुक्त किया गया है। वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में डिप्टी सचिव के रूप में कार्यरत तिवारी की यह नियुक्ति तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है। विभागीय पदोन्नति एवं प्रशिक्षण (DoPT) द्वारा 29 मार्च को जारी आदेश में कहा गया है कि यह नियुक्ति उनकी मौजूदा स्थिति से मेल खाती है, या फिर यह उनके पदोन्नति तक जारी रहेगी।
निधि तिवारी की करियर यात्रा
निधि तिवारी वाराणसी के महमूर्गंज की रहने वाली हैं, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा में 96वीं रैंक हासिल की थी और इसके बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में प्रवेश किया। उन्होंने अपनी शुरुआती सेवा में वाराणसी में सहायक आयुक्त (वाणिज्यिक कर) के रूप में कार्य किया। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में नियुक्त होने से पहले तिवारी विदेश मंत्रालय के विसार्मिक और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के विभाग में काम कर रही थीं। 2022 में प्रधानमंत्री कार्यालय में अंडर सचिव के रूप में उनकी शुरुआत हुई, और अगले वर्ष उन्हें डिप्टी सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया।
PMO में महत्वपूर्ण भूमिका
तिवारी ने पीएमओ में ‘विदेशी और सुरक्षा’ विभाग में महत्वपूर्ण काम किया, जिसमें विदेश नीति, सुरक्षा और परमाणु ऊर्जा के मुद्दे शामिल थे। वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को सीधे रिपोर्ट करती थीं। उनके योगदान को विशेष रूप से भारत के G20 अध्यक्षता के दौरान सराहा गया था, जहां उन्होंने सुरक्षा, विदेश मामलों और राजस्थान से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों को संभाला।
तीसरी निजी सचिव बनीं निधि तिवारी
निधि तिवारी अब प्रधानमंत्री मोदी की तीसरी निजी सचिव होंगी, इससे पहले विवेक कुमार और हार्दिक सतीशचंद्र शाह इस पद पर रह चुके हैं। उनके इस नए कद्रक कदम के साथ पीएम मोदी के कार्यकुशलता में और भी सुधार आने की उम्मीद जताई जा रही है। यह नियुक्ति न केवल तिवारी के करियर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों में एक और सक्षम और अनुभवी अधिकारी का योगदान सुनिश्चित करती है।