एक बार फिर नाबालिक का वोट देते हुए वीडियो वायरल, सियासत गालियारों मे हलचल तेज़, चुनाव आयोग ने दिया जवाब
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा कथित तौर पर भाजपा उम्मीदवार को वोट देने वाले एक युवक का वीडियो कई बार साझा करने के बाद, एटा प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज की और उसे हिरासत में लिया। भारत निर्वाचन आयोग, उत्तर प्रदेश द्वारा भी सम्बन्धित जिला निर्वाचन अधिकारी को त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है।
कथित तौर पर, दो मिनट के वीडियो में, लड़के को भाजपा उम्मीदवार मुकेश राजपूत के लिए वोट करते देखा जा सकता है, जो उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
हालाँकि, डिजी खबर स्वतंत्र रूप से वायरल वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिनवा ने एक बयान में कहा कि मामले के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। रिणवा ने कहा कि, “मतदान दल के सभी सदस्यों को निलंबित करने और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं। संबंधित मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान की सिफारिश भारत निर्वाचन आयोग से की गई है।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर निशाना साधते हुए एसपी नेता अखिलेश यादव द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो शेयर किया और लिखा कि “अपनी हार सामने देखकर बीजेपी जनादेश को नकारने के लिए सरकारी तंत्र पर दबाव बनाकर लोकतंत्र को लूटना चाहती है। कांग्रेस” चुनाव ड्यूटी करने वाले सभी अधिकारियों से अपेक्षा करती है कि वे सत्ता के दबाव में अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को न भूलें अन्यथा भारत सरकार बनते ही ऐसी कार्रवाई होगी कि कोई भी ‘शपथ’ का अपमान करने से पहले 10 बार सोचेगा।
अखिलेश यादव ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि, “अगर चुनाव आयोग को लगता है कि यह गलत है तो उसे कुछ कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा…भाजपा की बूथ समिति वास्तव में एक लूट समिति है।”
जिसके बाद एक्स पर एक पोस्ट में, राज्य चुनाव आयोग ने लिखा कि, “प्रसारित वीडियो का संज्ञान में ले लिया गया है। संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी को त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।”
इससे पहले, मध्य प्रदेश के भोपाल में एक भाजपा नेता पर कथित तौर पर अपने नाबालिग बेटे को 7 मई को बैरसिया में एक मतदान केंद्र पर ले जाने, उससे ईवीएम बटन दबाने और प्रक्रिया का वीडियो बनाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। अधिकारी ने बताया कि घटना का संज्ञान लेते हुए भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बूथ संख्या 71 (खितवास) के मतदान अधिकारी संदीप सैनी को निलंबित कर दिया और भाजपा जिला पंचायत सदस्य विजय मेहर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।