Pawan Vs Tej Pratap Yadav News: “कभी हमारे पैर पर गिरे थे” पवन सिंह की बीजेपी में वापसी की अटकलों पर तेज प्रताप यादव का तीखा हमला

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Pawan Vs Tej Pratap Yadav News: "कभी हमारे पैर पर गिरे थे" पवन सिंह की बीजेपी में वापसी की अटकलों पर तेज प्रताप यादव का तीखा हमला

पटना: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह की बीजेपी में संभावित वापसी को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है। मंगलवार को दिल्ली में पवन सिंह ने एनडीए के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की, जिसके बाद उनके भाजपा में दोबारा शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। इस पूरे घटनाक्रम पर पूर्व मंत्री और जनशक्ति जनता दल के अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

तेज प्रताप यादव, जो कभी आरजेडी का हिस्सा थे और अब अपनी अलग पार्टी चला रहे हैं, ने पवन सिंह पर निजी हमला करते हुए कहा, “इनका यही काम है, कलाकारों को पकड़ना। खासकर पवन सिंह जैसा व्यक्ति जो कभी लखनऊ में हमारे पैर पर गिरा हुआ था, अब किसी और के पैर पर गिरने चला गया है।”

“कलाकारी करें, राजनीति नहीं” – तेज प्रताप

तेज प्रताप ने आगे कहा, “ये लोग लगातार किसी न किसी के पैर में गिरते रहते हैं। इनकी बुद्धि और विवेक काम नहीं कर रही है। पवन सिंह क्या करेंगे, क्या नहीं करेंगे, वह खुद जानें। वह एक कलाकार हैं, उन्हें केवल अपनी कलाकारी पर ध्यान देना चाहिए।”

हालांकि, पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से छठ महापर्व को यूनेस्को में दर्ज कराने की पहल पर तेज प्रताप ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा, “यह अच्छी बात है। यह लोक आस्था का विषय है और अगर कोई इसे आगे बढ़ा रहा है तो उसका स्वागत है।”

एनडीए नेताओं से पवन सिंह की अहम मुलाकातें

मंगलवार को पवन सिंह ने दिल्ली में एनडीए के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की। सबसे पहले उन्होंने राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से भेंट की। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी उनकी बैठक हुई। इस दौरान बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े भी मौजूद थे।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकातें पवन सिंह की बीजेपी में वापसी की ओर इशारा कर रही हैं। बीते लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने भाजपा से टिकट न मिलने के कारण काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जिससे एनडीए को नुकसान हुआ था।

अब माना जा रहा है कि बीजेपी, पवन सिंह की लोकप्रियता को भुनाकर आगामी विधानसभा चुनाव में शाहाबाद क्षेत्र समेत पूरे बिहार में जनाधार बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है।

तेज प्रताप यादव के बयान से साफ है कि पवन सिंह की सक्रियता से विपक्षी दलों में हलचल तेज हो गई है, और आगामी चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में यह मामला एक बड़ा मोड़ ले सकता है।

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।