मणिपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मणिपुर का दौरा करेंगे, जो पिछले दो साल से जारी जातीय हिंसा के बाद उनकी पहली यात्रा होगी। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मणिपुर के चूराचंदपुर में पीस ग्राउंड पर 7,300 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे। चूराचंदपुर क्षेत्र कुकि समुदाय की बहुलता वाला इलाका है। इसके अलावा, इम्फाल में 1,200 करोड़ रुपये के इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी करेंगे, जो मुख्य रूप से मेitei समुदाय वाला क्षेत्र है। इन दोनों पहलों के लिए कुल निवेश 8,500 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है।
पृष्ठभूमि और सुरक्षा इंतजाम
मणिपुर में पिछले साल मई से कुकि और मेitei समुदायों के बीच हिंसा ने स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया है, जिसमें अब तक 260 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। हिंसा के कारण फरवरी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है, जब मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया था।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। केंद्रीय और राज्य सुरक्षा बल कांगला किले, इम्फाल और पीस ग्राउंड, चूराचंदपुर के आसपास तैनात किए गए हैं। प्रमुख कार्यक्रम स्थलों तक जाने वाले मार्गों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं और पैट्रोलिंग तेज कर दी गई है। वीवीआईपी कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं, जिनमें चाबियाँ, बोतलें, छाता, 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और बीमार व्यक्ति साथ ले जाने पर रोक है।
स्थानीय प्रतिक्रियाएं और तैयारियां
दौरे से पहले, इम्फाल में प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की जानकारी देने वाले बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं। विपक्षी दलों की आलोचना रही है कि इस गंभीर संकट के बीच प्रधानमंत्री का मणिपुर दौरा नहीं हुआ।
चूराचंदपुर जिले में सुरक्षा कारणों से एयर गन पर प्रतिबंध लगाया गया है और पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों को मुख्य स्थलों की चौबीसों घंटे जांच करने का आदेश दिया गया है।
मणिपुर के एकमात्र राज्यसभा सांसद लेइशेम्बा सनाजाओबा ने इस दौरे को “बहुत सौभाग्यशाली” बताया है। कुकि-ज़ो समूहों ने इसे “ऐतिहासिक और दुर्लभ अवसर” करार दिया है। कुकि-ज़ो काउंसिल ने कहा कि लगभग चार दशकों में यह पहला मौका है जब कोई प्रधानमंत्री इस क्षेत्र का दौरा कर रहा है और वे मोदी के नेतृत्व पर विश्वास जताते हैं कि वे समुदाय की चिंताओं को समझेंगे। हालांकि, कुछ कुकि-ज़ो संगठनों ने समारोह के तहत प्रस्तावित नृत्य कार्यक्रम का विरोध भी किया है।
महिलाओं की मांग
महिला संगठन इमागी मेइरा ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वे सुनिश्चित करें कि मेitei समुदाय के लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षित रूप से आवाजाही कर सकें। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा मणिपुर में शांति बहाली और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। 8,500 करोड़ रुपये की बड़ी योजनाओं का लाभ राज्य के दोनों समुदायों तक पहुंचे, इसी उम्मीद के साथ स्थानीय लोगों में भी इस दौरे को लेकर उम्मीदें बढ़ी हैं।













