इंडोनेशिया में प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन को आग लगाई, दर्जन भर की मौत, कई घायल

इंडोनेशिया में प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन को आग लगाई, दर्जनभर की मौत, कई घायल
इंडोनेशिया में प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन को आग लगाई, दर्जनभर की मौत, कई घायल

जकार्ता/मकास्सर: इंडोनेशिया के दक्षिण सुलावेसी प्रांत की राजधानी मकास्सर में शुक्रवार देर शाम क्षेत्रीय संसद भवन में आग लगाए जाने के बाद कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

एजेंसी के अनुसार, मरने वालों की मौत के कारण स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वे जली हुई इमारत में फंस गए थे। समाचार एजेंसी अंतारा ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि कुछ लोग इमारत से कूदने के प्रयास में घायल हुए।

यह घटना उस समय हुई जब पूरे देश में विधायकों के वेतन को लेकर विरोध-प्रदर्शन तेज हो गए हैं। ये प्रदर्शन राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो की सरकार के लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है।

घटनाक्रम का विस्तार:

प्रदर्शन की शुरुआत राजधानी जकार्ता में इस सप्ताह हुई थी, लेकिन शुक्रवार को उस वक्त माहौल और भड़क गया जब एक पुलिस के बख्तरबंद वाहन ने एक राइड-हेलिंग बाइक चालक को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।

राष्ट्रपति प्रबोवो, जिन्होंने अक्टूबर 2024 में पदभार संभाला था, ने शुक्रवार रात पीड़ित चालक के घर जाकर उसके माता-पिता से मुलाकात की और जांच का आश्वासन दिया।

अन्य शहरों में हालात:

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जकार्ता में कई सार्वजनिक सुविधाओं को नुकसान पहुंचा है और कुछ स्थानों पर लूटपाट की घटनाएं भी सामने आई हैं। इसके अलावा बांडुंग और योग्याकर्ता जैसे प्रमुख शहरों में भी प्रदर्शन हुए हैं।

जकार्ता की मेट्रो सेवा (Mass Rapid Transit) ने शनिवार को जानकारी दी कि प्रदर्शन स्थल के पास एक स्टेशन पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी, जबकि ट्रांसजकार्ता (TransJakarta) बस सेवा ने भी कहा कि वह ग्राहकों को सेवा नहीं दे पा रही है।

निष्कर्ष:

राष्ट्रपति प्रबोवो की सरकार के शुरुआती दिनों में ही इतने बड़े स्तर पर जन असंतोष और हिंसा ने देश की आंतरिक स्थिरता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल, प्रशासन हालात को काबू में लाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन जनता का गुस्सा शांत होता नहीं दिख रहा।