
बीजिंग: चीन के जिआंगनिंग जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने यहां एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो महिला के वेश में पुरुषों को अपने जाल में फंसाता था और उनके साथ कथित तौर पर यौन संबंध बनाकर उसके वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करता था। इस शख्स को सोशल मीडिया पर “रेड अंकल” के नाम से पहचाना जा रहा है।
इस सनसनीखेज मामले में बताया जा रहा है कि आरोपी ने अब तक हज़ारों पुरुषों को अपने घर बुलाकर यौन संबंध बनाए, और उन पलों को छिपकर रिकॉर्ड किया। फिर इन वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया गया।
हालांकि, पुलिस ने सोशल मीडिया पर फैल रही उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें दावा किया जा रहा था कि यह व्यक्ति 60 साल का है और उसने करीब 1,691 पुरुषों के साथ संबंध बनाए। पुलिस ने पुष्टि की कि आरोपी की उम्र 38 साल है और उसका सरनेम जिआओ (Jiao) है।
मामला कैसे सामने आया?
जांच के अनुसार, आरोपी जिआओ लंबे समय से महिला के भेष में सोशल मीडिया पर सक्रिय था और पुरुषों को यौन संबंध के लिए अपने घर बुलाता था। इस दौरान वह कैमरे की मदद से उनके निजी पलों को रिकॉर्ड करता और फिर उन्हें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा करता था।
यह मामला तब सुर्खियों में आया जब चीनी माइक्रोब्लॉगिंग साइट Weibo पर “रेड अंकल” हैशटैग ट्रेंड करने लगा। मंगलवार को इस हैशटैग को 20 करोड़ से अधिक बार देखा गया, और लोग इस घटना पर हैरानी, गुस्सा और चिंता जताने लगे।
निजता और स्वास्थ्य पर सवाल
हालांकि चीन में समलैंगिक संबंध गैरकानूनी नहीं हैं, लेकिन यौन गतिविधियों के वीडियो को प्रसारित करना कानून के खिलाफ है। साथ ही, किसी की निजी जिंदगी को बिना अनुमति सार्वजनिक करना भी गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
लोगों ने सोशल मीडिया पर इस बात पर भी चिंता जताई कि जिआओ के शिकार लोगों की तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है, जिसमें लगभग 100 से अधिक पुरुषों के चेहरे दिखाए गए हैं। कई महिलाओं ने उन तस्वीरों को देखकर यह जांचने की कोशिश की कि कहीं उनके मंगेतर या पति भी उनमें तो नहीं हैं।
सोशल मीडिया पर गुस्सा
विवाद के बाद सोशल मीडिया पर दो स्तरों पर बहस शुरू हो गई है – एक ओर लोग जिआओ की करतूतों पर गुस्सा जता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उसके पीड़ितों की पहचान उजागर करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
एक यूजर ने लिखा, “किसी की निजी तस्वीरों को ऐसे सार्वजनिक करना गलत है, चाहे मामला कितना भी गंभीर क्यों न हो। निजता का उल्लंघन भी अपराध है।”
पुलिस की कार्रवाई जारी
पुलिस ने पुष्टि की है कि जिआओ को रविवार को “अश्लील सामग्री फैलाने” के आरोप में हिरासत में लिया गया है। अभी इस मामले की जांच जारी है और आगे की कार्रवाई के लिए इलेक्ट्रॉनिक सबूतों की पड़ताल की जा रही है।
“रेड अंकल” मामला न सिर्फ चीन की सामाजिक संरचना और डिजिटल नैतिकता को लेकर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सोशल मीडिया पर पहचान छिपाकर किए गए अपराध किस हद तक नुकसानदेह हो सकते हैं। यह घटना निजता, सहमति और साइबर अपराध के मुद्दों को फिर से केंद्र में ला खड़ा करती है।
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि इस मामले से जुड़ी अफवाहों और अर्धसत्य जानकारियों से दूर रहें और जांच पूरी होने तक संयम बरतें।