RG Kar Case: डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के आरोपी को मिली उम्रभर की सजा, परिवार ने फैसले पर उठाए सवाल

RG Kar Case: डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के आरोपी को मिली उम्रभर की सजा, परिवार ने फैसले पर उठाए सवाल
RG Kar Case: डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के आरोपी को मिली उम्रभर की सजा, परिवार ने फैसले पर उठाए सवाल

RG Kar मेडिकल कॉलेज में कार्यरत डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म मामले में सोमवार को दोषी संजय रॉय को उम्रभर की सजा सुनाई गई। साथ ही, आरोपी पर ₹50,000 का जुर्माना भी लगाया गया है। हालांकि, पीड़िता के परिवार ने अदालत के इस फैसले पर गहरी निराशा और हैरानी व्यक्त की है। परिवार के सदस्य मानते हैं कि यह मामला ‘सबसे दुर्लभ और विशेष’ मामलों में शामिल होना चाहिए था, लेकिन अदालत ने इसे इस श्रेणी में नहीं माना।

पीड़िता की मां ने अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम हैरान हैं। यह कैसे ‘सबसे दुर्लभ और विशेष’ मामले में नहीं आता? एक ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ दुष्कर्म हुआ और उसकी हत्या कर दी गई। हम बहुत दुखी हैं। इस अपराध के पीछे एक बड़ी साजिश थी।”

वहीं, अदालत ने कहा कि यह अपराध ‘सबसे दुर्लभ और विशेष’ मामलों में नहीं आता और आरोपी को फांसी की सजा नहीं दी गई। हालांकि, उसे उम्रभर की सजा और ₹50,000 का जुर्माना लगाया गया। पीड़िता के परिवार को दुष्कर्म और हत्या के लिए ₹10 लाख की मुआवजा राशि दी जाएगी, जबकि डॉक्टर की ड्यूटी पर रहते हुए हत्या के लिए ₹7 लाख का मुआवजा राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा।

पीड़िता के परिवार ने अदालत के इस फैसले पर सवाल उठाया और कहा कि वे उच्च न्यायालय में अपील करेंगे। परिवार का कहना है कि जांच अधूरी थी और इस मामले में कई अन्य आरोपियों को बचाया गया है।

बीजेपी ने भी इस फैसले की आलोचना की है और इसे ‘न्याय का मजाक’ करार दिया है। पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीया ने कहा, “संजय रॉय को उम्रभर की सजा और ₹50,000 का जुर्माना देना न्याय का मजाक है। इस फैसले को अपील किया जाना चाहिए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस अपराधी को बचाना बंद करना चाहिए।”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस फैसले पर अपनी निराशा व्यक्त की और कहा, “यह एक गंभीर मामला था और हमने शुरू से ही दोषी के लिए फांसी की सजा की मांग की थी। अगर हमें यह मामला दिया जाता, तो हम इसे जल्दी निपटाकर दोषी को फांसी दिलवाते। CBI ने जानबूझकर यह मामला हमसे लिया। मैं हमेशा ऐसे दानवों के लिए उच्चतम सजा चाहती हूं।”

यह मामला, जिसमें एक डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया, पूरे देश में आक्रोश का कारण बना था। डॉक्टर की असमय मौत ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि समाज को भी झकझोर दिया है। फैसले के बाद, पीड़ित परिवार ने न्याय के लिए अपनी आवाज उठाई है, और उम्मीद जताई है कि उच्च न्यायालय से उन्हें न्याय मिलेगा।

Digikhabar Editorial Team
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