बिहार विधानसभा में हंगामा, तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक, नीतीश कुमार से भी हुई बहस

बिहार विधानसभा में हंगामा, तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक, नीतीश कुमार से भी हुई बहस
बिहार विधानसभा में हंगामा, तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक, नीतीश कुमार से भी हुई बहस

पटना: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र लगातार गर्माता जा रहा है। बुधवार को जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच तीखी बहस देखने को मिली, वहीं गुरुवार को तेजस्वी यादव की डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से भी तीखी नोकझोंक हो गई। सदन में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर कटाक्ष किए और तीखे शब्दों का आदान-प्रदान हुआ।

“कूद-कूदकर बोलना आता है” — तेजस्वी यादव का तंज

गुरुवार को सदन में एसआईआर (SIR) प्रक्रिया को लेकर चर्चा चल रही थी, इसी दौरान तेजस्वी यादव ने सम्राट चौधरी पर तंज कसते हुए कहा, “इनको तो सिर्फ कूद-कूद कर बोलना आता है।” तेजस्वी के इस व्यंग्य के बाद सदन में माहौल गरमा गया और सम्राट चौधरी ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा, “क्या सिर्फ तुम ही कूद कर बोल सकते हो?”

सम्राट चौधरी ने क्या कहा?

सम्राट चौधरी ने सदन में SIR प्रक्रिया के माध्यम से हुए कार्यों का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह पूरी रिपोर्ट निर्वाचन आयोग की है और सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी दलित, पिछड़े या सवर्ण समाज के वैध नागरिक का नाम नहीं कटेगा। उन्होंने आगे कहा कि 1992 में लालू प्रसाद यादव ने इसी सदन में घुसपैठियों को बाहर निकालने की बात कही थी।

उन्होंने दावा किया कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक करीब 18 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 26 लाख लोग बिहार से बाहर चले गए हैं। पहले (2005 में) जहां बिहार से 11% लोग पलायन कर रहे थे, अब यह आंकड़ा घटकर 2% से नीचे आ गया है।

तेजस्वी ने लगाया झूठ बोलने का आरोप

तेजस्वी यादव ने सम्राट चौधरी के बयानों को झूठा और भ्रामक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर SIR प्रक्रिया के नाम पर लोगों में भ्रम फैला रही है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनगणना और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों को राजनीतिक रंग दे रही है।

नीतीश कुमार और तेजस्वी के बीच भी हुआ था टकराव

बुधवार को भी सदन में गर्म माहौल देखने को मिला था जब सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच तीखी बहस हो गई थी। तेजस्वी SIR प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे थे, तभी नीतीश कुमार ने उन्हें टोकते हुए कहा,

“अरे सुनो ना पहले… पहले तो थे ना… बात बोल रहे हो… काहे के लिए बोल रहे हो?”

उन्होंने तेजस्वी को याद दिलाया कि जब उनकी उम्र कम थी, उस वक्त उनके पिता लालू यादव और फिर मां राबड़ी देवी बिहार की सत्ता में थे। नीतीश ने कहा कि बीते 20 वर्षों में जो काम उन्होंने किया, वह सबके सामने है।

बिहार विधानसभा का सत्र इस बार पूरी तरह से सियासी हमलों और जवाबी हमलों में तब्दील हो चुका है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच SIR, पलायन, जनसंख्या और सामाजिक न्याय जैसे अहम मुद्दों पर कटु बहस लगातार जारी है। आगे के सत्रों में बहस का यह स्वरूप और भी तीखा होने की संभावना है।