मुंबई: बुधवार, 16 अप्रैल 2025 को घरेलू शेयर बाजार ने लगातार तीसरे दिन हरे निशान में बंद होकर निवेशकों को राहत दी। ब्लू-चिप बैंकिंग शेयरों में खरीदारी और विदेशी पूंजी के ताजा प्रवाह से बाजार में सकारात्मक रुख देखा गया। इसके साथ ही खुदरा महंगाई दर के छह साल के निचले स्तर पर आने और आरबीआई द्वारा एक और रेपो रेट कट की संभावना ने भी बाजार को मजबूती दी।
बीएसई सेंसेक्स 309.40 अंकों की बढ़त के साथ 0.40 प्रतिशत चढ़कर दो सप्ताह के उच्च स्तर 77,044.29 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 566 अंकों का उतार-चढ़ाव देखा और 77,110.23 के उच्चतम तथा 76,543.77 के न्यूनतम स्तर को छुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 108.65 अंक यानी 0.47 प्रतिशत की तेजी के साथ 23,437.20 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक ने सबसे अधिक 7.12 प्रतिशत की छलांग लगाई। इसके अलावा एक्सिस बैंक, अदानी पोर्ट्स, एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और आईटीसी भी टॉप गेनर्स में रहे। वहीं मारुति, इंफोसिस, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, एनटीपीसी और बजाज फाइनेंस जैसे शेयर नुकसान में रहे। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) कई दिनों की बिकवाली के बाद मंगलवार को खरीदार बने और उन्होंने 6,065.78 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “वैश्विक स्तर पर बाजार नए सिरे से दबाव में हैं क्योंकि व्यापार शुल्क को लेकर तनाव बढ़ रहा है। हालांकि, भारतीय बाजार में हल्का सकारात्मक भाव देखा गया क्योंकि निवेशक मानते हैं कि अमेरिका-चीन ट्रेड टकराव भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा मार्च की खुदरा महंगाई दर छह साल के निचले स्तर पर है, जिससे आगे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि चौथी तिमाही (Q4 FY25) के नतीजों की शुरुआत कमजोर रही है और उच्च स्तरों पर मुनाफावसूली की संभावना बनी हुई है। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट में बंद हुए, जबकि शंघाई एसएसई कंपोजिट सूचकांक में तेजी रही। यूरोपीय बाजारों में भी कमजोरी देखी गई, वहीं अमेरिकी बाजार मंगलवार को नकारात्मक रुख में बंद हुए।