नई दिल्ली: सप्ताह की शुरुआत भारतीय शेयर बाजार में मजबूती के साथ हुई। सोमवार, 21 अप्रैल 2025 को घरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर खुले। बीएसई सेंसेक्स 349.89 अंकों की बढ़त के साथ 78,903.09 पर खुला, जबकि निफ्टी 97.5 अंक चढ़कर 23,949.15 पर पहुंच गया। यह लगातार पांचवां कारोबारी सत्र है जब बाजार में तेजी देखने को मिल रही है। पिछले सत्र में सेंसेक्स 78,553.20 और निफ्टी 23,851.65 पर बंद हुआ था। ओपनिंग ट्रेड में बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी हरे निशान पर कारोबार कर रहे थे।
वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद भारत मजबूत
Geojit Investments Limited के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, “वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के बावजूद भारत अपेक्षाकृत मजबूत नजर आ रहा है। धीमी वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी भारत 6% की दर से विकास कर सकता है। इसके अलावा डॉलर में गिरावट एफपीआई निवेश को आकर्षित कर सकती है।”
सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में तेजी और गिरावट
ओपनिंग ट्रेड में टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में तेजी रही। टेक महिंद्रा के शेयर में 3.71% की सबसे ज्यादा बढ़त देखी गई। वहीं, अडानी पोर्ट्स, ईटरनल (पहले Zomato), एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट और मारुति में गिरावट दर्ज की गई। अडानी पोर्ट्स के शेयर 3.96% लुढ़क गए।
निफ्टी का प्रदर्शन
प्रारंभिक कारोबार में निफ्टी पैक के 1,774 स्टॉक्स हरे निशान पर थे, जबकि 422 लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। 90 स्टॉक्स बिना किसी बदलाव के बने रहे। गिफ्ट निफ्टी ने बाजार के लिए सकारात्मक शुरुआत का संकेत दिया था। यह 23,924.50 पर खुला, जो इसके पिछले बंद स्तर 23,805 से ऊपर था।
एशियाई बाजारों की स्थिति
एशियाई बाजारों में भी मिलाजुला रुख देखने को मिला। जापान का निक्केई 225 सूचकांक 427.48 अंकों की गिरावट के साथ 34,309.14 पर पहुंच गया। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.09 अंक गिरा। हांगकांग का हैंगसेंग बाजार बंद रहा, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट हरे निशान में रहा।
सेक्टोरल इंडेक्स का प्रदर्शन
निफ्टी के प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स में आईटी सेक्टर ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी आईटी 1.47% और प्राइवेट बैंक 1.16% ऊपर रहे। वहीं, एफएमसीजी सेक्टर में 0.23% की गिरावट रही। निफ्टी रियल्टी 0.62% की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की आर्थिक मजबूती और एफपीआई निवेश की संभावनाओं के चलते शेयर बाजार में यह तेजी आगे भी बनी रह सकती है।