नागरकुरनूल (तेलंगाना): तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में शनिवार को श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) की निर्माणाधीन टनल का एक हिस्सा गिरने से बड़ा हादसा हो गया। इस दुर्घटना में छह मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है, जबकि कुछ अन्य के घायल होने की भी संभावना है।
टनल के अंदर फंसे छह से आठ मजदूर
पुलिस के अनुसार, हादसा उस वक्त हुआ जब कुछ मजदूर टनल के अंदर काम कर रहे थे। यह टनल 12-13 किलोमीटर अंदर खुदी हुई थी, जहां छत ढहने की वजह से मजदूर अंदर ही फंस गए। पुलिस ने बताया कि निर्माण कार्य में लगी कंपनी की टीम अंदर जाकर स्थिति का आकलन कर रही है और मजदूरों की सही संख्या की पुष्टि की जा रही है।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने दिए राहत कार्य के आदेश
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने तुरंत अधिकारियों को राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उनके कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि घटनास्थल पर जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों को भेजा गया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के सिंचाई मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी, सिंचाई सलाहकार आदित्यनाथ दास और अन्य अधिकारी एक विशेष हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर भी जानकारी साझा करते हुए लिखा—
“मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने SLBC टनल दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने तुरंत अधिकारियों को सतर्क किया और जिला कलेक्टर, एसपी, फायर डिपार्टमेंट, हाइड्रा और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य शुरू करने का निर्देश दिया। सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी और अन्य अधिकारी विशेष हेलीकॉप्टर से मौके के लिए रवाना हुए।”
केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने भी जताई चिंता
इस हादसे को लेकर केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने भी चिंता जताई। उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों से हादसे के कारणों की जानकारी ली और कहा कि मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए। इसके अलावा, उन्होंने घायलों को उचित इलाज उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
राहत कार्य जारी, मजदूरों को बचाने के प्रयास तेज
फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है। बचाव दल टनल के अंदर फंसे मजदूरों को निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और जल्द से जल्द मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
यह हादसा निर्माण कार्य में लापरवाही की ओर इशारा करता है। प्रशासन अब हादसे के पीछे की असली वजह की जांच करने में जुट गया है।