मणिपुर में आतंकियों ने किया सेना पर हमला, असम राइफल्स के दो जवान शहीद, पाँच घायल

मणिपुर में आतंकियों ने किया सेना पर हमला, असम राइफल्स के दो जवान शहीद, पाँच घायल
मणिपुर में आतंकियों ने किया सेना पर हमला, असम राइफल्स के दो जवान शहीद, पाँच घायल

नई दिल्ली / इंफाल: मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के नामबोल सबल इलाके में आतंकियों द्वारा किए गए एक घातक हमले में असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए, जिनमें एक जूनियर कमीशंड अफसर (JCO) शामिल हैं। हमले में पाँच अन्य जवान घायल हुए हैं। यह घटना 19 सितंबर को शाम करीब 5:50 बजे हुई।

हमले का विवरण

वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि असम राइफल्स की 33वीं बटालियन का एक वाहन-आधारित दल पातसोई कंपनी ऑपरेटिंग बेस से नामबोल कंपनी ऑपरेटिंग बेस की ओर जा रहा था। जैसे ही यह दल नामबोल सबल लीकाई क्षेत्र के पास पहुँचा, वहां अज्ञात आतंकियों ने हाईवे पर घात लगाकर हमला कर दिया।

आतंकियों ने सैनिकों को ले जा रहे वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी की और हमले के बाद एक सफेद वैन में सवार होकर मौके से फरार हो गए।

जवानों ने दिखाई संयमित प्रतिक्रिया

वरिष्ठ अधिकारियों ने जानकारी दी कि जवानों ने जवाबी कार्रवाई के दौरान संयम बरता ताकि नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे। घायल जवानों को तुरंत इंफाल के RIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।

अभी तक किसी समूह ने नहीं ली जिम्मेदारी

अब तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी उग्रवादी संगठन ने नहीं ली है। वहीं, सुरक्षा बलों ने इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है ताकि हमले में शामिल आतंकियों को पकड़ा जा सके।

यह हमला उस समय हुआ है जब मणिपुर में पहले से ही जातीय तनाव और सुरक्षा संबंधी चुनौतियाँ बनी हुई हैं। ऐसे में यह घटना राज्य की स्थिति को और भी संवेदनशील बना सकती है।

सरकार और सेना की सतर्कता बढ़ी

घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां और सेना की टीमें अलर्ट मोड पर हैं। मणिपुर में हाल के महीनों में अस्थिरता और हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं, और यह हमला एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता को रेखांकित करता है।

सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन जल्द ही शहीद जवानों को श्रद्धांजलि और हमले पर सख्त रुख अपनाने की संभावना जताई जा रही है।

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।