नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के दौरान मंगलवार को जोरदार हंगामा देखने को मिला। राज्यसभा में CISF की तैनाती और बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे को लेकर विपक्षी सांसदों ने जमकर विरोध किया, जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा दोनों को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
CISF पर उठा बवाल, विपक्ष ने बताया लोकतंत्र का अपमान
विपक्षी दलों ने संसद परिसर में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों की मौजूदगी पर कड़ी आपत्ति जताई। सांसदों ने इसे “संसद की गरिमा और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ” बताया और नियम 267 के तहत SIR पर चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
राज्यसभा उपसभापति की अपील भी बेअसर
राज्यसभा में जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों के सांसदों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने सांसदों से शांति बनाए रखने और आत्ममंथन करने की अपील की। उन्होंने कहा,
“सदस्यों को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और सदन के नियमों का पालन करना चाहिए।”
लेकिन हंगामा जारी रहने के कारण उन्हें कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
जेपी नड्डा का पलटवार
हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा,
“विपक्ष जानबूझकर सदन को बाधित कर रहा है। उन्हें मुद्दों की नहीं, सिर्फ राजनीति की चिंता है।”
प्रियंका गांधी का सरकार पर हमला
वहीं, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर पलटवार करते हुए कहा,
“राहुल गांधी हमेशा सेना का सम्मान करते हैं। वह विपक्ष के नेता होने के नाते सवाल पूछते हैं, जो उनका कर्तव्य है। लेकिन सरकार बहस से क्यों भाग रही है? संसद में इतनी घबराहट क्यों है?”
संसद का मानसून सत्र लगातार राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और हंगामे की भेंट चढ़ता दिख रहा है। CISF की तैनाती और बिहार में SIR जैसे मुद्दों पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी खींचतान अब संसद के सुचारु संचालन पर सवाल खड़े कर रही है। अब देखना होगा कि दोपहर बाद क्या कार्यवाही पटरी पर लौटेगी या गतिरोध और बढ़ेगा।