
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने BRICS देशों पर तीखा हमला करते हुए एक सख्त चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि जो देश BRICS के “एंटी-अमेरिकन” नीतियों का समर्थन करेंगे, उन पर अमेरिका 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि इस नीति में कोई अपवाद नहीं होगा।
BRICS के बयान के बाद भड़के ट्रंप
यह चेतावनी BRICS समूह द्वारा अमेरिका की टैरिफ नीतियों की आलोचना के बाद आई है। BRICS देशों ने कहा था कि ट्रंप की नीतियां वैश्विक व्यापार और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रही हैं। उनके संयुक्त घोषणा पत्र में अमेरिकी टैरिफ को “अवैध और मनमाना” करार देते हुए कहा गया कि ये कदम वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर सकते हैं।
ट्रंप ने Truth Social पर दी धमकी
ट्रंप ने सोमवार को अपनी सोशल मीडिया साइट Truth Social पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“जो भी देश BRICS की एंटी-अमेरिकन नीतियों के साथ खड़ा होगा, उस पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। इसमें कोई अपवाद नहीं होगा। धन्यवाद!”
BRICS का विस्तार और मौजूदा सदस्य
BRICS समूह में पहले से ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे। 2024 में इसमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात को जोड़ा गया था, जबकि इंडोनेशिया ने 2025 में सदस्यता ली।
BRICS का जवाब: WTO नियमों के खिलाफ है टैरिफ बढ़ोतरी
रविवार को BRICS समूह ने ट्रंप की टैरिफ नीति की आलोचना करते हुए कहा:
“हम एकतरफा टैरिफ और गैर-टैरिफ उपायों की वृद्धि पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं, जो व्यापार को विकृत करते हैं और WTO के नियमों के अनुरूप नहीं हैं।”
उन्होंने कहा कि ऐसे प्रतिबंध वैश्विक व्यापार में गिरावट, आपूर्ति श्रृंखला में विघटन और अनिश्चितता को जन्म दे सकते हैं।
90-दिवसीय टैरिफ पॉज़ समाप्ति के करीब
यह विवाद ऐसे समय में हो रहा है जब ट्रंप द्वारा 2 अप्रैल को घोषित प्रतिशोधात्मक टैरिफ पर 90 दिनों की अस्थायी रोक की समयसीमा 9 जुलाई को समाप्त हो रही है। BRICS देशों को आशंका है कि अमेरिका फिर से व्यापक आर्थिक प्रतिबंध लगा सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप का यह कदम अंतरराष्ट्रीय व्यापार संबंधों को और अधिक तनावपूर्ण बना सकता है, खासकर तब जब वैश्विक अर्थव्यवस्था पहले से ही मंदी और अस्थिरता से जूझ रही है। आने वाले दिनों में अमेरिका और BRICS के बीच टकराव और बढ़ने की आशंका है।