नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने अपने राजनीतिक इरादों को स्पष्ट करते हुए कहा है कि वह 2029 के लोकसभा चुनाव में झांसी सीट से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं। हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि वह तभी चुनाव लड़ेंगी जब भारतीय जनता पार्टी उनसे आधिकारिक रूप से आग्रह करेगी और झांसी के मौजूदा सांसद अनुराग शर्मा को उनके निर्णय से कोई असुविधा नहीं होगी।
उमा भारती ने कहा, “अगर मैं चुनाव लड़ती हूं तो झांसी से लड़ूंगी। मेरी इच्छा लोकसभा चुनावों में भाग लेने की है। अगर पार्टी कहेगी तो मैं चुनाव लड़ूंगी, मैं इंकार नहीं करूंगी। राजनीति में मैं हाशिए पर नहीं हूं। मैं गाय और गंगा के कार्य के लिए पूरी निष्ठा से काम कर रही हूं और मेरी राजनीति में कोई व्यक्तिगत रुचि नहीं है।”
‘झांसी से चुनाव की इच्छा कैजुअली कही थी’
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि यह बयान उन्होंने 18 अक्टूबर को ललितपुर रेलवे स्टेशन पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान दिया था। उन्होंने कहा, “मैं टिकमगढ़ से ललितपुर ट्रेन पकड़ने आई थी, वहां मैंने कहा था कि मैं 2029 का चुनाव झांसी से लड़ना चाहूंगी। यह मैंने कैजुअली कहा था, लेकिन मैं अपने बयान पर कायम हूं।”
दो शर्तों के साथ चुनावी संकेत
उमा भारती ने अपने बयान में दो स्पष्ट शर्तें रखीं —
- भाजपा को उन्हें आधिकारिक रूप से उम्मीदवार बनाने का आग्रह करना होगा।
- झांसी के वर्तमान सांसद अनुराग शर्मा को इस फैसले से कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
गाय और गंगा के संरक्षण में सक्रिय
राजनीति से दूर रहने के बावजूद उमा भारती सामाजिक और धार्मिक अभियानों में सक्रिय हैं। उन्होंने घोषणा की है कि 29 अक्टूबर (गोवर्धन दिवस) के अवसर पर वह गाय संरक्षण अभियान की शुरुआत करेंगी, जो डेढ़ साल तक चलेगा। इस अभियान में ग्राम पंचायतों और किसानों की भागीदारी होगी।
उन्होंने कहा, “गायें तभी जीवित रह सकती हैं जब किसान उन्हें पालना चाहें। हर लाड़ली बहन को दो गायें दी जानी चाहिए, क्योंकि महिलाएं सच्चाई और निष्ठा से उनकी देखभाल करेंगी।”
भारती ने प्रस्ताव रखा कि गौशालाओं में केवल बीमार या अनुपयुक्त गायें ही रखी जाएं, जबकि स्वस्थ गायों को किसानों को सौंपा जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि गाय पालन करने वाले किसानों को मासिक 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता और भूमि समर्थन दिया जाए।
गंगा सफाई अभियान का ऐलान
उमा भारती ने बताया कि वह 4 नवंबर को प्रयागराज से गंगा सफाई अभियान की शुरुआत करेंगी, जिसमें देशभर के कई प्रमुख लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा, “गाय और गंगा आत्मनिर्भर भारत के दो स्तंभ हैं। रासायनिक प्रदूषण को रोकने के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना जरूरी है ताकि खेतों के रसायन सीधे गंगा में न जाएं।”
उमा भारती ने यह भी बताया कि अरब देशों में गाय संरक्षण के लिए एक विशेष फंड बनाया जा रहा है और इस मुद्दे पर उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी चर्चा की है।
राजनीतिक हलकों में अब उमा भारती के इस बयान को 2029 लोकसभा चुनाव के लिए वापसी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।












