नोएडा: उत्तर प्रदेश में 1 अप्रैल से लागू होने जा रही नई एक्साइज नीति के कारण शराब दुकानदार अपनी स्टॉक को बेचने के लिए भारी छूट और आकर्षक ऑफर्स दे रहे हैं। दुकानदार अब अपनी बची हुई शराब को बेचने के लिए बाय-वन-गेट-वन जैसी स्कीम्स और अन्य डिस्काउंट्स दे रहे हैं, ताकि 31 मार्च तक सभी शराब बेची जा सके।
इस साल यूपी सरकार ने शराब दुकान लाइसेंस के लिए ई-लॉटरी प्रणाली लागू की है, जिससे न केवल पुराने लाइसेंस की नवीनीकरण प्रक्रिया खत्म हो गई है, बल्कि नए खिलाड़ी भी इस बाजार में आ सकेंगे। इसके अलावा, “कॉम्पोजिट शॉप्स” की शुरुआत की गई है, जिसमें बीयर और इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) दोनों एक ही दुकान में बेचे जाएंगे, जिससे कई अलग-अलग बीयर और IMFL की दुकानें अब एक साथ मर्ज हो जाएंगी।
नोएडा में शराब की बिक्री और ऑफर्स
नोएडा के सेक्टर 18 में एक शराब दुकान पर व्हिस्की पर बाय-वन-गेट-वन ऑफर दिया जा रहा है, जबकि सेक्टर 93 की दुकान में बीयर पर विशेष प्रमोशन चल रही है। कुछ दुकानदारों ने कीमतों में भी कमी की है।
नशे के सामान पर प्रति दिन लगभग 10,000 बीयर की बोतलें, 30,000 विदेशी शराब की बोतलें, और 40,000 देसी शराब की बोतलें बिकती हैं, जिससे प्रतिदिन 3-4 करोड़ रुपये की आय होती है। अब इन डिस्काउंट्स के कारण बिक्री में 30-40% का इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है।
नई नीति के तहत दुकानों की संख्या में बदलाव
नई एक्साइज नीति के तहत नोएडा में शराब दुकानों की संख्या 535 से घटाकर 501 कर दी गई है, जिसमें 239 कॉम्पोजिट शराब दुकानें, 234 देसी शराब दुकानें, 27 मॉडल दुकानें और एक भांग की दुकान शामिल है।
वहीं, गाजियाबाद में, जहां ई-लॉटरी के जरिए 463 शराब दुकानों का आवंटन किया गया है, वहां पर कोई डिस्काउंट या क्लियरेंस सेल्स की सूचना नहीं मिली है, जैसा कि जिले के एक्साइज अधिकारी संजय सिंह ने बताया।