नई दिल्ली: दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों ठंडी हवाओं का असर बना हुआ था, जिससे मौसम में एक हल्की राहत महसूस हो रही थी। लेकिन अब भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि यह राहत जल्द ही खत्म होने वाली है। आगामी 2 अप्रैल से दिल्ली और उत्तर पश्चिमी भारत में तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक का उछाल देखने को मिल सकता है, जिससे फिर से गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा।
31 मार्च को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 16 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच था, और दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा। हालांकि, मौसम विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि दिल्ली में 5 अप्रैल तक हीटवेव का कोई खतरा नहीं है, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि 31 मार्च और 1 अप्रैल को सौराष्ट्र और कच्छ में हीटवेव जैसी परिस्थितियां बन सकती हैं।
आगे के दिनों में, दिल्ली में 1 और 2 अप्रैल को साफ आसमान और तेज धूप के साथ तापमान 33 से 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
इसके अलावा, महाराष्ट्र, कर्नाटका, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में अगले चार-पांच दिनों में तूफान और ओलावृष्टि का खतरा है। राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और बादल बनने की संभावना है। विशेष रूप से उदयपुर और कोटा में 1 और 2 अप्रैल को हल्की बारिश हो सकती है।
राजस्थान में भी तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के कई हिस्सों में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक तापमान बढ़ सकता है। राज्य के सबसे गर्म स्थान बाड़मेर में 37.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जबकि सीकर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में तापमान में इस उछाल के साथ सतर्क रहने की सलाह दी है।