फ्लाइट इमरजेंसी के दौरान पायलट क्यों कहते हैं ‘Mayday’? जानिए इससे जुड़े अन्य कोड शब्द भी

फ्लाइट इमरजेंसी के दौरान पायलट क्यों कहते हैं 'Mayday'? जानिए इससे जुड़े अन्य कोड शब्द भी
फ्लाइट इमरजेंसी के दौरान पायलट क्यों कहते हैं 'Mayday'? जानिए इससे जुड़े अन्य कोड शब्द भी

नई दिल्ली: हाल ही में अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश के दौरान ‘Mayday’ शब्द चर्चा में रहा। इसके बाद सोशल मीडिया और सर्च इंजन पर लोगों ने यह जानने की कोशिश की कि आखिर यह शब्द किस स्थिति में बोला जाता है, इसका मतलब क्या होता है, और क्या इसके अलावा भी कोई इमरजेंसी कोड होते हैं जिनका इस्तेमाल उड़ान के दौरान किया जाता है।

आपको बता दें कि दुनिया भर में विमान जब किसी आपात स्थिति में होता है, तो पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के बीच विशेष कोड व संचार प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं इन शब्दों का अर्थ और इस्तेमाल।

मेडे (Mayday): जान का खतरा होने पर सबसे गंभीर इमरजेंसी सिग्नल

जब किसी विमान में अत्यंत गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है – जैसे कि इंजन फेल होना, आग लग जाना या क्रैश लैंडिंग की आवश्यकता – तब पायलट तीन बार “Mayday Mayday Mayday” बोलता है। इसका मकसद ATC को तुरंत सतर्क करना होता है।

‘Mayday’ शब्द फ्रेंच भाषा के ‘m’aidez’ से आया है, जिसका अर्थ होता है – “मदद कीजिए” (Help me)।

पैन-पैन (Pan-Pan): तात्कालिक मदद की जरूरत, पर जान को खतरा नहीं

अगर स्थिति गंभीर तो है लेकिन जान का खतरा नहीं है, जैसे मेडिकल इमरजेंसी, नेविगेशन या रेडियो सिस्टम में खराबी, तो पायलट “Pan-Pan Pan-Pan Pan-Pan” कहता है।

यह शब्द फ्रेंच शब्द ‘panne’ से लिया गया है, जिसका मतलब होता है – ब्रेकडाउन या तकनीकी खराबी। पैन-पैन इमरजेंसी की दूसरी श्रेणी में आता है।

स्क्वॉक कोड (Squawk Code): बिना बोले अलर्ट भेजने की तकनीक

पायलट विमान के ट्रांसपोंडर में विशेष चार अंकों का कोड सेट करते हैं, जिसे स्क्वॉक कोड कहा जाता है। यह कोड ATC को बिना बोले विमान की आपात स्थिति की जानकारी देता है।

महत्वपूर्ण स्क्वॉक कोड:

  • 7500 – विमान के हाइजैक होने पर
  • 7600 – रेडियो संचार में विफलता होने पर
  • 7700 – सामान्य या किसी भी प्रकार की इमरजेंसी के लिए

121.5 MHz: इमरजेंसी फ्रीक्वेंसी – आखिरी उम्मीद

121.5 मेगाहर्ट्ज एक इंटरनेशनल इमरजेंसी रेडियो फ्रीक्वेंसी है, जिसे Guard Frequency भी कहा जाता है। सभी एयरक्राफ्ट इसे मॉनिटर करते हैं और आपात स्थिति में जब अन्य संचार माध्यम काम नहीं करते, तब पायलट इसी फ्रीक्वेंसी का सहारा लेते हैं।

अगर कोई विमान प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में पहुंच जाता है, तो सैन्य विमान सबसे पहले 121.5 MHz पर संपर्क करने की कोशिश करता है ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके।

फ्यूल मेडे: ईंधन की कमी होने पर

जब विमान में ईंधन इतना कम हो जाए कि लैंडिंग में देरी से खतरा हो सकता है, तो पायलट ‘Fuel Mayday’ बोलता है। यह दर्शाता है कि लैंडिंग तुरंत जरूरी है।

‘Mayday’ और ‘Pan-Pan’ जैसे इमरजेंसी शब्द केवल संचार के औपचारिक माध्यम नहीं हैं, बल्कि ये पायलट और विमान की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण जीवन रक्षक संकेत हैं। साथ ही स्क्वॉक कोड और इमरजेंसी फ्रीक्वेंसी जैसे संचार माध्यम आपात स्थिति में ATC और अन्य विमानों को तुरंत अलर्ट करने में मदद करते हैं।

यात्रा के दौरान ऐसी व्यवस्था यह सुनिश्चित करती है कि किसी भी संकट की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखा जाए।