हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला का 20 दिसंबर को निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे। उनका निधन गुरुग्राम स्थित उनके आवास पर हुआ।
राजनीति में बड़ा नाम
ओम प्रकाश चौटाला का राजनीति में एक लंबा और प्रभावशाली करियर रहा। वे भारतीय राजनीति के बड़े नामों में गिने जाते थे। चौटाला ने 1989 से 1999 और फिर 2005 में हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में चार बार कार्य किया। उनका कार्यकाल प्रदेश में कई बड़े बदलावों का गवाह रहा। वे हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में लगातार चार बार मुख्यमंत्री बने, जो कि एक रिकॉर्ड है। चौटाला का राजनीति में प्रभाव बहुत गहरा था और उनकी पहचान एक मजबूत नेता के रूप में बनी थी।
चौधरी देवी लाल के पुत्र थे ओम प्रकाश चौटाला
ओम प्रकाश चौटाला का राजनीतिक करियर उनके पिता चौधरी देवी लाल के प्रभाव से भी जुड़ा था। चौधरी देवी लाल जो कि हरियाणा में “ताऊ देवी लाल” के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। उनके पिता भारतीय राजनीति में एक प्रसिद्ध और सम्मानित नेता रहे हैं, जिन्होंने भारत के 6वें उप प्रधानमंत्री के रूप में भी कार्य किया। ओम प्रकाश चौटाला ने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए राजनीति में खुद को स्थापित किया।
विवाद और जेल यात्रा
हालांकि ओम प्रकाश चौटाला का करियर कई विवादों से घिरा रहा, सबसे बड़ा विवाद 1999 में हरियाणा में जूनियर बेसिक शिक्षकों की भर्ती से संबंधित घोटाले का था। इस घोटाले के कारण उन्हें 2013 में 10 साल की सजा सुनाई गई थी। यह घोटाला उनके लिए कड़ी चुनौती बन गया था। वे 87 वर्ष की आयु में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हुए थे और 2021 में रिहा हुए। चौटाला जेल में सबसे बुजुर्ग कैदी के रूप में रिकॉर्ड बना चुके थे।
कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने जताया शोक
ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शोक व्यक्त किया। हुड्डा ने चौटाला को अपना बड़ा भाई बताया और कहा कि उनके साथ उनके बहुत अच्छे संबंध थे। उन्होंने कहा, “जब ओम प्रकाश जी मुख्यमंत्री थे, तब मैं विपक्ष का नेता था, लेकिन हमारे बीच अच्छे संबंध थे। वे हमेशा लोगों की सेवा के लिए काम करते थे। उन्होंने हरियाणा की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया और अभी भी वे सक्रिय थे। यह सोचने वाली बात है कि वे हमें इतनी जल्दी छोड़ देंगे। वह एक अच्छे इंसान थे और मेरे लिए बड़े भाई जैसे थे।”
राजनीति से अलविदा लेने वाला एक और बड़ा नाम
ओम प्रकाश चौटाला का निधन हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा शोक है। उनका जाना हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय का अंत है। वे न सिर्फ एक कुशल नेता थे, बल्कि उनकी नीतियों और विचारों ने प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य को गहरे तरीके से प्रभावित किया। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।