‘Sorry we missed you!’ ऐसे मैसेज से हो जाएं सावधान! लग सकता है लाखों का चुना

'Sorry we missed you!' ऐसे मैसेज से हो जाएं सावधान! लग सकता है लाखों का चुना
'Sorry we missed you!' ऐसे मैसेज से हो जाएं सावधान! लग सकता है लाखों का चुना

आजकल साइबर ठगों के नए तरीके से लोगों को धोखा दिया जा रहा है। अब ये ठग आपके घर तक पहुंचने लगे हैं। आपको एक कागज या कार्ड मिल सकता है, जो एक अंतरराष्ट्रीय कूरियर सर्विस के नाम से छपा होगा। अगर यह कागज आपको व्हाट्सएप, ईमेल या आपके घर पर मिलता है, तो इसे साधारण न समझें। यह एक साइबर ट्रैप हो सकता है। इस कागज पर ‘अनडिलीवर्ड’ का मार्क और एक क्यूआर कोड भी हो सकता है।

क्या होता है इस क्यूआर कोड में?

इस कागज पर लिखा हो सकता है कि आपका पैकेज डिलीवर नहीं हो सका। साथ ही लिखा होता है कि क्या आपके पते में कोई बदलाव हुआ है या क्या आप कूरियर वाले को फिर से कॉल करना चाहते हैं। आपको क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए कहा जाता है और अपनी जानकारी को सत्यापित करने के लिए कहा जाता है। ऐसे में लोग जान-बूझकर या अनजाने में क्यूआर कोड स्कैन कर लेते हैं और साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं।

‘Sorry we missed you!’ – यह है धोखाधड़ी का तरीका

इस धोखाधड़ी का कार्ड ‘Sorry we missed you!’ के शीर्षक से होता है। उसके बाद उसमें डेट, वे-बिल नंबर, और डिलीवर्ड/अनडिलीवर्ड जैसा लिखा होता है। इसके नीचे यह बताया जाता है कि घर या ऑफिस में कोई नहीं था या कोई पैकेज को लेने के लिए बाहर नहीं आया। इसके अलावा, जीएसटी और अन्य विवरण दिए जाते हैं। क्यूआर कोड के पास यह लिखा होता है कि “अब अपनी डिलीवरी को फिर से शेड्यूल करें”, और इसके लिए तीन कदम बताए जाते हैं। पहले लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है और फिर क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए कहा जाता है। इसके बाद आपको अपना बिल नंबर और व्यक्तिगत जानकारी भरने के लिए कहा जाता है।

क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद क्या होता है?

जब आप क्यूआर कोड स्कैन करते हैं, तो आपको कूरियर कंपनी की नकली वेबसाइट पर भेजा जाता है। वहां आपको बताया जाता है कि यदि आप अपने पैकेज को फिर से प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको बिल नंबर और कुछ व्यक्तिगत जानकारी देनी होगी। साथ ही आपको कुछ पैसे भी देने के लिए कहा जाता है ताकि आपकी डिलीवरी शेड्यूल की जा सके। ठगों द्वारा यह धोखाधड़ी केवल क्यूआर कोड से नहीं बल्कि लोगों को फोन पर मैसेज भेजकर भी की जाती है। मैसेज में लिखा होता है कि आपकी डिलीवरी प्रोसेस में है और फिर एक लिंक दिया जाता है, जिस पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है।

कूरियर कंपनी कभी नहीं लेती है पैसे

कूरियर कंपनियां यह स्पष्ट करती हैं कि यदि किसी को ऐसे संदेश मिलते हैं, तो उसे यह जांचना चाहिए कि लिंक में कंपनी का आधिकारिक डोमेन है या नहीं। कभी भी किसी अनजान क्यूआर कोड को स्कैन न करें। याद रखें, कूरियर कंपनी कभी भी डिलीवरी को शेड्यूल करने के लिए पैसे नहीं लेती है। अगर आपसे पैसे मांगे जाते हैं, तो यह एक धोखाधड़ी है। यदि आपको कभी ‘मिस्ड डिलीवरी’ का नोट मिलता है, तो कूरियर कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और वे-बिल नंबर की जांच करें। अगर यह असली डिलीवरी है, तो आपको सभी जानकारी वहां मिल जाएगी।

कैसे बचें इस धोखाधड़ी से?

  • कभी भी किसी अनजान लिंक या क्यूआर कोड को स्कैन न करें।
  • कूरियर कंपनी के आधिकारिक डोमेन से ही लिंक पर क्लिक करें।
  • यदि आपको किसी कूरियर के बारे में कोई संदिग्ध संदेश मिलता है, तो पहले कंपनी की वेबसाइट पर वे-बिल नंबर की जांच करें।
  • कूरियर कंपनी के द्वारा डिलीवरी के लिए कभी भी कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। अगर कोई पैसे की मांग कर रहा है, तो समझ जाएं कि यह धोखाधड़ी है।

साइबर ठगों से बचने के लिए हमें सतर्क रहना बहुत जरूरी है। कोई भी संदिग्ध लिंक या क्यूआर कोड से बचें और अपनी जानकारी को सुरक्षित रखें।

Digikhabar Editorial Team
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