नई दिल्ली, 15 जनवरी 2025: एयर इंडिया ने आगामी महा कुम्भ मेला 2025 के दौरान यात्रियों की बढ़ी हुई मांग को देखते हुए दिल्ली और प्रयागराज के बीच दैनिक उड़ानों की घोषणा की है। यह अस्थायी उड़ानें 25 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक संचालित होंगी।
महा कुम्भ मेला, जो हर 12 साल में आयोजित होता है, इस वर्ष विशेष महत्व का है, क्योंकि यह आयोजन 144 वर्षों के बाद दुर्लभ आकाशीय संयोग के तहत हो रहा है। लाखों श्रद्धालु इस बार संगम में पवित्र स्नान के लिए जुट रहे हैं, जिन्हें अपने पापों के शमन और मोक्ष की प्राप्ति का अवसर माना जाता है। अनुमान के मुताबिक, इस वर्ष के महाकुम्भ मेला में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस भव्य आयोजन के लिए व्यापक व्यवस्था की है, जिसमें 55 पुलिस स्टेशन, 45,000 पुलिस कर्मी, 30 पोंटून ब्रिज और महाकुम्भ नगर जैसी सुविधाएं शामिल हैं, जो एक समय में एक करोड़ श्रद्धालुओं को समायोजित कर सकता है।
एयर इंडिया की नई सेवा दिल्ली-प्रयागराज रूट पर एकमात्र पूर्ण सेवा उड़ान विकल्प होगी, जिसमें यात्री प्रीमियम कैबिन के साथ-साथ इकोनॉमी क्लास का विकल्प भी चुन सकते हैं। इन उड़ानों का दिन में संचालन यात्रियों को दिल्ली के माध्यम से भारत और वैश्विक स्तर पर उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण-पूर्व एशिया जैसे प्रमुख गंतव्यों से जोड़ने में मदद करेगा।
एयर इंडिया उड़ान का कार्यक्रम:
25 जनवरी – 31 जनवरी 2025
AI-2843: दिल्ली-प्रयागराज — प्रस्थान: 14:10, आगमन: 15:20
AI-2844: प्रयागराज- दिल्ली — प्रस्थान: 16:00, आगमन: 17:10
1 फरवरी – 28 फरवरी 2025
AI-843: दिल्ली-प्रयागराज — प्रस्थान: 13:00, आगमन: 14:10
AI-844: प्रयागराज- दिल्ली — प्रस्थान: 14:50, आगमन: 16:00
इन उड़ानों के लिए बुकिंग एयर इंडिया की वेबसाइट, मोबाइल ऐप और यात्रा एजेंटों के माध्यम से की जा सकती है।
महा कुम्भ मेला इस वर्ष 14 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन शंखनाद, भजनों और “जय गंगा मैया” के उद्घोष के साथ आधिकारिक रूप से शुरू हुआ, जिससे एक जीवंत और भक्ति से ओतप्रोत माहौल का निर्माण हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम के सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करते हुए इसे “विश्वास, भक्ति और संस्कृति का पवित्र संगम” बताया।
उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, पहले दिन सुबह 9:30 बजे तक लगभग 60 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र डुबकी ली। इस भव्य आयोजन के माध्यम से न केवल लाखों श्रद्धालुओं की आध्यात्मिक यात्रा को सुगम बनाया गया है, बल्कि इसने डिजिटल युग को भी अपनाया है। अब लोग सोशल मीडिया के माध्यम से अपने अनुभवों को साझा कर रहे हैं और अपने परिवारों को गंगा के दर्शन वर्चुअली करा रहे हैं।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, और एयर इंडिया की नई उड़ान सेवा यात्रियों को इसे और अधिक सुलभ बनाएगी।