उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुआ बड़ा हादसा, 57 श्रमिक बर्फ में फंसे, 16 को बचाया गया

उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुआ बड़ा हादसा, 57 श्रमिक बर्फ में फंसे, 16 को बचाया गया
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुआ बड़ा हादसा, 57 श्रमिक बर्फ में फंसे, 16 को बचाया गया

उत्तराखंड के चमोली जिले में माना के पास एक बड़ा हिमस्खलन हुआ, जिसमें सीमा सड़क संगठन (BRO) के तहत काम कर रहे कम से कम 57 मजदूर फंस गए। यह घटना भारत-चीन सीमा के नजदीक एक ऊंचाई वाले इलाके में हुई, जहां BRO के कर्मी सड़क निर्माण कार्य में जुटे थे।

गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से की बात

इस घटना की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, आईटीबीपी और एनडीआरएफ के डीजी से बात कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी जानकारी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि अब तक 16 मजदूरों को बचाया गया है, जबकि बाकी श्रमिकों को निकालने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा,

“हमारी पहली प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालना है। बचाव कार्य के लिए आईटीबीपी, जिला प्रशासन और अन्य एजेंसियां पूरी तरह से जुटी हुई हैं।”

सीएम धामी ने राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष में एक आपात बैठक की, जिसमें शीर्ष अधिकारियों के साथ राहत कार्यों की समीक्षा की गई।

भारी बर्फबारी से बचाव कार्य में दिक्कतें

उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी निलेश आनंद भरने के अनुसार,

“हिमस्खलन ने बीआरओ के कार्य स्थल को प्रभावित किया है, जिससे कई मजदूर बर्फ और मलबे में दब गए हैं। मौके पर एंबुलेंस भेजी गई हैं, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण बचाव अभियान में कठिनाई हो रही है।”

बीआरओ के कार्यकारी अभियंता सीआर मीणा ने भी इस बात की पुष्टि की कि घटना स्थल पर तीन से चार एंबुलेंस भेजी गई हैं।

एसडीआरएफ की टीमें मौके पर रवाना

जैसे ही चमोली आपदा नियंत्रण कक्ष को इस घटना की सूचना मिली, एसडीआरएफ कमांडेंट ने तुरंत जोशीमठ पोस्ट से एक बचाव दल को रवाना किया। यह टीम एसआई देवीदत्त बर्थवाल के नेतृत्व में राहत कार्यों में जुटी हुई है।

इसके अलावा, गौचर और सहस्त्रधारा, देहरादून में तैनात उच्च ऊंचाई बचाव दलों को भी अलर्ट पर रखा गया है।

फंसे हुए मजदूरों की हालत नाजुक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अब तक बचाए गए 16 मजदूरों की हालत गंभीर है और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

“हमें बेहद दुखद समाचार मिला कि बीआरओ के निर्माण कार्य के दौरान हुए हिमस्खलन में कई मजदूर फंस गए हैं। आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। मैं भगवान बद्री विशाल से प्रार्थना करता हूं कि सभी श्रमिक भाई सुरक्षित रहें।” – सीएम धामी

क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी

हिमस्खलन के बाद पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि मौसम की स्थिति को देखते हुए आगे और हिमस्खलन हो सकता है। राहत और बचाव कार्यों को और तेज करने के लिए अतिरिक्त टीमें और उपकरण मौके पर भेजे जा रहे हैं।

सेना, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से बचाव अभियान को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और हरसंभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।

स्थिति पर लगातार नजर

जैसे-जैसे हालात आगे बढ़ रहे हैं, शेष 41 मजदूरों को बचाने के लिए अभियान तेज कर दिया गया है। राज्य सरकार, प्रशासन और सुरक्षा बल हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि जल्द से जल्द सभी को सुरक्षित निकाला जा सके।

Digikhabar Editorial Team
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