नई दिल्ली: देश से करीब ₹9,000 करोड़ के बैंक लोन घोटाले के बाद फरार घोषित किए गए उद्योगपति विजय माल्या ने लगभग 9 साल की चुप्पी तोड़ते हुए पहली बार सार्वजनिक मंच पर अपनी बात रखी है। लोकप्रिय पॉडकास्टर राज शमानी के शो ‘Figuring Out’ में चार घंटे की लंबी बातचीत के दौरान माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस, बकाया कर्ज, RCB की जीत और भारत लौटने की संभावनाओं पर खुलकर बात की।
यह पॉडकास्ट एपिसोड ‘Vijay Mallya Podcast: Rise & Downfall Of Kingfisher Airlines, Loans & RCB’ के नाम से गुरुवार को रिलीज़ किया गया।
माल्या ने क्या कहा?
राज शमानी द्वारा भारत लौटने की संभावनाओं पर पूछे गए सवाल पर विजय माल्या ने कहा: “अगर मुझे निष्पक्ष मुकदमे और सम्मानजनक जीवन का आश्वासन मिले, तो शायद आप सही हों, लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं है।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें ‘फरार’ कहा जाना उचित लगता है, तो माल्या ने सफाई दी: “मैं एक पूर्व निर्धारित यात्रा पर भारत से निकला था। ठीक है, मैं वापस नहीं लौटा, लेकिन उसके पीछे मेरे वैध कारण हैं। अब अगर मुझे ‘फरार’ कहना है तो कहो, लेकिन ‘चोर’ कैसे? जब चोरी ही नहीं हुई तो चोर कैसे?”
किंगफिशर एयरलाइंस और कर्मचारियों से माफी
माल्या ने X (पहले ट्विटर) पर भी इस पॉडकास्ट की क्लिप्स साझा करते हुए लिखा:
“जो लोग सच्चाई में रुचि रखते हैं, उनके लिए मैंने 9 साल बाद पहली बार खुलकर बात की है। मैं किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों से माफी मांगना चाहता हूं और सच सामने लाना चाहता हूं।”
बता दें कि विजय माल्या किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व प्रमुख, यूनाइटेड ब्रुअरीज के चेयरमैन और फोर्स इंडिया फॉर्मूला 1 टीम के सह-मालिक रह चुके हैं। वह कभी IPL टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के मालिक भी थे। उल्लेखनीय है कि RCB ने इस साल पहली बार IPL ट्रॉफी जीती है।
कर्ज और विवाद
विजय माल्या पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय बैंकों के एक समूह से ₹9,000 करोड़ से अधिक का कर्ज लिया और उसे चुकाए बिना देश छोड़ दिया। किंगफिशर एयरलाइंस, जो अब बंद हो चुकी है, को ये कर्ज बिना पर्याप्त गारंटी के दिए गए थे। भारत सरकार उन्हें भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर चुकी है और उनकी वापसी के लिए प्रत्यर्पण की कानूनी प्रक्रिया चल रही है। यह एपिसोड प्रकाशित होते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कई यूजर्स ने इसे ‘ऐतिहासिक बातचीत’ बताया, वहीं कुछ ने माल्या के बयानों पर सवाल खड़े किए।
9 साल बाद सामने आए विजय माल्या ने खुद को चोर कहे जाने पर नाराज़गी जाहिर की और अपनी वापसी के लिए कुछ शर्तें रखीं। हालांकि, भारत की अदालतों और एजेंसियों के लिए यह बयानबाज़ी एक नई चुनौती जरूर पेश कर सकती है। अब देखना होगा कि माल्या के इस ‘पब्लिक रिटर्न’ का कानूनी और राजनीतिक असर क्या होता है।