तेहरान/नई दिल्ली: ईरान और इजरायल के बीच तेज़ होते सैन्य संघर्ष के बीच सोमवार को एक बेहद चौंकाने वाला दृश्य सामने आया जब तेहरान स्थित ईरान की सरकारी प्रसारण संस्था (IRIB) के मुख्यालय पर इजरायली हवाई हमला हुआ। घटना के समय एक ईरानी टीवी एंकर लाइव प्रसारण कर रहा था और जैसे ही हमला हुआ, उसे कैमरे के सामने ही शरण लेनी पड़ी। सोशल मीडिया पर सामने आए फुटेज में देखा गया कि IRIB की इमारत काले धुएं से घिरी हुई है और आसपास मलबा बिखरा पड़ा है।
कौन हैं सहर इमानी?
सहर इमानी मूल रूप से फूड इंजीनियर थीं, लेकिन साल 2010 में उन्होंने पत्रकारिता में कदम रखा. जल्द ही उन्होंने ईरानी सरकारी चैनल IRIB Arabic में जगह बना ली और खुद को एक भरोसेमंद टीवी चेहरा बना दिया. हिजाब पहनकर, बिना तामझाम के कैमरे के सामने आने वाली सहर, आज ईरानी मीडिया की एक मजबूत आवाज़ हैं. वे शादीशुदा हैं और एक बेटे की मां भी हैं.
हमले के बीच हौसले की रिपोर्टिंग
16 जून को जिस समय इज़रायली हमले हुए, सहर लाइव प्रसारण में थीं. धमाकों और गिरते मलबे के बीच उन्होंने रिपोर्टिंग जारी रखने की कोशिश की, लेकिन हालात ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें हटना पड़ा. फिर जब सबको लगा कि प्रसारण रुक जाएगा, सहर कुछ ही पलों में दूसरे स्टूडियो से ऑन-एयर हो गईं. न कोई कंपकंपी, न कोई चीख—बल्कि पहले से ज़्यादा तेज और स्पष्ट आवाज़.
सोशल मीडिया पर तारीफों की बाढ़
सहर की इस बहादुरी की सोशल मीडिया पर जबरदस्त सराहना हो रही है. ईरान की महिला एवं परिवार कल्याण उपराष्ट्रपति ज़हरा बहरामज़ादेह आज़र ने उन्हें “ईरानी महिलाओं के साहस की प्रतीक” बताया. कई लोग सहर की आक्रामक शैली और उंगली उठाकर बात करने की मुद्रा को ईरान के शीर्ष नेताओं से जोड़कर देख रहे हैं.
‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत जारी है इजरायली हमले
इजरायल द्वारा 13 जून से शुरू किए गए सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत यह हमला किया गया। इजरायली सेना का दावा है कि यह अभियान ईरान के संभावित परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए चलाया जा रहा है। सोमवार को इजरायली वायुसेना ने पश्चिमी तेहरान में एक सैन्य अड्डे को भी निशाना बनाया था। तेहरान के विभिन्न हिस्सों से धमाकों की आवाजें और विस्फोटों की खबरें सामने आईं।
IDF ने फारसी में जारी की चेतावनी
हमले से पहले इजरायली रक्षा बल (IDF) ने फारसी भाषा में चेतावनी जारी की थी, जिसमें कहा गया था:
“प्रिय नागरिकों, अपनी सुरक्षा के लिए कृपया तेहरान के ज़िला-3 से तुरंत बाहर निकलें। आने वाले घंटों में इजरायली सेना इस क्षेत्र में ईरानी शासन की सैन्य संरचनाओं पर हमला करेगी। आपकी उपस्थिति आपके जीवन के लिए खतरा बन सकती है।”
IDF ने ट्वीट किया,
“तेहरान के नागरिकों को उनकी भाषा में चेतावनी दी गई। इजरायली नागरिकों को तो बम शेल्टर तक भागने से पहले भी चेतावनी नहीं मिलती। हम एक जैसे नहीं हैं।”
ईरान की प्रतिक्रिया और बढ़ती परमाणु चिंताएं
इससे पहले ईरान ने लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से इजरायली शहरों पर चार चरणों में हमला किया था, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, इजरायल का दावा है कि अमेरिका की मदद से अधिकांश मिसाइलें इंटरसेप्ट कर ली गईं।
इस बीच, ईरान की संसद ने एक विधेयक का मसौदा तैयार करने की घोषणा की है, जिसके तहत ईरान परमाणु अप्रसार संधि (NPT) से बाहर निकलने पर विचार कर सकता है। हालांकि, ईरान ने बार-बार दोहराया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम सिर्फ शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) ने हाल ही में रिपोर्ट दी थी कि ईरान NPT की शर्तों का उल्लंघन कर रहा है।
इजरायल का परमाणु रुख
गौरतलब है कि इजरायल ने आज तक अपने परमाणु हथियारों की मौजूदगी को न तो स्वीकार किया है और न ही खंडन किया है। साथ ही, वह मध्य पूर्व का एकमात्र देश है जिसने NPT पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। ईरान-इजरायल संघर्ष अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है, जहां प्रेस, आम नागरिक और रणनीतिक ठिकाने सीधे हमलों का शिकार हो रहे हैं। लाइव टीवी प्रसारण के दौरान हुआ हमला इस संघर्ष की गंभीरता और व्यापक प्रभाव को दर्शाता है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़र अब इस बात पर है कि क्या कूटनीतिक माध्यमों से इस संकट को टाला जा सकता है या यह संघर्ष और भयावह रूप लेगा।