Operation Sindhu के तहत Iran से 1000 भारतीय छात्रों की वतन वापसी, भारत को मिला ईरानी हवाई क्षेत्र में विशेष कॉरिडोर

Operation Sindhu के तहत Iran से 1000 भारतीय छात्रों की वतन वापसी, भारत को मिला ईरानी हवाई क्षेत्र में विशेष कॉरिडोर
Operation Sindhu के तहत Iran से 1000 भारतीय छात्रों की वतन वापसी, भारत को मिला ईरानी हवाई क्षेत्र में विशेष कॉरिडोर

नई दिल्ली: ईरान और इज़राइल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच भारत सरकार ने शुक्रवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। युद्धग्रस्त ईरान ने विशेष रूप से भारत के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया है ताकि ऑपरेशन सिंधु के तहत वहां फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके। इस मानवीय पहल के तहत 1,000 से अधिक भारतीय छात्र अगले दो दिनों में दिल्ली पहुंचेंगे।

पहली फ्लाइट शुक्रवार रात दिल्ली में उतरी

पहली विशेष उड़ान शुक्रवार रात 11:00 बजे दिल्ली पहुंची। इसके बाद दो और उड़ानों के शनिवार को क्रमश: सुबह और शाम में पहुंचने की संभावना है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब ईरानी हवाई क्षेत्र अधिकांश अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बंद है, लेकिन भारत को छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए विशेष एयर कॉरिडोर प्रदान किया गया है।

ऑपरेशन सिंधु: संकट में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी

भारत सरकार ने बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंधु’ की घोषणा की थी ताकि ईरान में रह रहे 4,000 से अधिक भारतीय नागरिकों, जिनमें से आधे छात्र हैं, की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। ईरान-इज़राइल संघर्ष के बीच बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत ने यह आपातकालीन निकासी कार्यक्रम शुरू किया है।

विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा, “भारत विदेशों में रह रहे अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।”

कुछ छात्रों को लगी चोट, ईरान-अर्मेनिया ने बढ़ाया सहयोग

दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास ने भी पुष्टि की कि ईरानी विदेश मंत्रालय भारत के साथ समन्वय में है, खासकर उन छात्रों की सहायता के लिए जो संघर्ष के दौरान घायल हुए थे।

इससे पहले 110 भारतीय छात्रों को उत्तरी ईरान से निकालकर अर्मेनिया पहुंचाया गया, जहां से वे येरवान शहर में भारत सरकार की विशेष निगरानी में सड़क मार्ग से लाए गए। वे छात्र 18 जून को येरवान से विशेष उड़ान के जरिए भारत रवाना हुए।

MEA का धन्यवाद और सतर्कता की अपील

भारत ने ईरान और अर्मेनिया की सरकारों को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है। विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, “हम उन भारतीयों को सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित कर रहे हैं जो संघर्षग्रस्त इलाकों में रह रहे हैं, और उपयुक्त साधनों से उनकी निकासी की जा रही है।”

सरकार ने ईरान में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों से आग्रह किया है कि वे तेहरान स्थित भारतीय दूतावास की इमरजेंसी हेल्पलाइन और MEA के 24×7 कंट्रोल रूम के संपर्क में बने रहें।

भारत सरकार का ‘ऑपरेशन सिंधु’ युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए राहत की एक बड़ी पहल बनकर सामने आया है। ईरान जैसे संवेदनशील क्षेत्र से विशेष एयर कॉरिडोर की अनुमति प्राप्त करना एक राजनयिक उपलब्धि मानी जा रही है। अगले कुछ दिनों में और भी भारतीयों की सुरक्षित वापसी की उम्मीद जताई जा रही है।