
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट के दौरान एक गंभीर विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल, भारत की दूसरी पारी घोषित करने के दौरान गिल को नाइकी की बनियान पहने हुए कैमरे में कैद किया गया, जबकि भारतीय क्रिकेट टीम का आधिकारिक किट प्रायोजक एडिडास है।
यह घटना मैच के चौथे दिन की है, जब गिल ने बिना एडिडास की आधिकारिक किट के पारी की घोषणा की। भले ही उनकी कप्तानी में कोई रणनीतिक चूक न रही हो, लेकिन ब्रांड नियमों का यह उल्लंघन उन्हें कानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई की ओर धकेल सकता है।
क्या है मामला?
साल 2023 में बीसीसीआई और एडिडास के बीच 250 करोड़ रुपये की डील हुई थी, जिसके तहत एडिडास को मार्च 2028 तक पुरुष, महिला और अंडर-19 टीमों की जर्सी, ट्रेनिंग किट और यात्रा के कपड़े सप्लाई करने का विशेष अधिकार मिला। ऐसे में किसी खिलाड़ी द्वारा प्रतिद्वंद्वी ब्रांड नाइकी के उत्पाद का उपयोग करना, ब्रांड अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन माना जा रहा है।
सोशल मीडिया पर उठी कड़ी प्रतिक्रियाएं
घटना का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर गिल की आलोचना शुरू हो गई। कई यूज़र्स ने बीसीसीआई से कार्रवाई की मांग की।
एक यूजर ने लिखा, “Nike पहनना जबकि हमारे ब्रांड एंबेसडर Adidas हैं… शर्मनाक है गिल के लिए, उम्मीद है BCCI कार्रवाई करेगा।”
वहीं एक अन्य ने @adidas को टैग करते हुए कहा, “गिल ने आपकी पॉलिसी का उल्लंघन किया है, कानूनी कदम उठाइए।”
एडिडास ने भेजा BCCI को सख्त ईमेल
सूत्रों के अनुसार, एडिडास ने बीसीसीआई को इस मामले में एक सख्त ईमेल भेजा है और स्पॉन्सरशिप कोड के उल्लंघन पर स्पष्टीकरण और कार्रवाई की मांग की है। कंपनी इस घटना को ब्रांड डील की शर्तों के खिलाफ मान रही है।
क्या होगी BCCI की अगली कार्रवाई?
अब सबकी नजरें इस पर हैं कि बीसीसीआई इस मसले पर क्या रुख अपनाती है। गिल भारतीय क्रिकेट टीम के वर्तमान कप्तान हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई करना बोर्ड के लिए संवेदनशील मामला हो सकता है। हालांकि, यह देखना भी अहम होगा कि बीसीसीआई ब्रांड छवि और अनुबंध की शर्तों को कितना प्राथमिकता देती है।
जहां एक ओर शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने ठोस प्रदर्शन किया है, वहीं दूसरी ओर एक छोटी सी किट संबंधी चूक अब कानूनी विवाद और जुर्माना का कारण बन सकती है। यह मामला बताता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सिर्फ खेल नहीं, ब्रांड अनुशासन भी उतना ही अहम है।