नई दिल्ली: 17वें BRICS शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत और ब्राजील को स्थायी सदस्यता देने की पुरजोर वकालत की। BRICS नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र में व्यापक सुधारों की मांग दोहराते हुए कहा कि वैश्विक संस्थानों को अधिक लोकतांत्रिक, प्रतिनिधित्वकारी और प्रभावी बनाया जाना चाहिए।
UNSC में सुधार की मांग
सम्मेलन की संयुक्त घोषणा में कहा गया, “हम संयुक्त राष्ट्र, विशेषकर उसकी सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार का समर्थन दोहराते हैं। सुरक्षा परिषद को वर्तमान भू-राजनीतिक वास्तविकताओं के अनुरूप बनाया जाना चाहिए, जिससे विकासशील देशों और वैश्विक दक्षिण के प्रतिनिधित्व को बढ़ाया जा सके।”
घोषणा में अफ्रीकी देशों की वैध आकांक्षाओं को भी रेखांकित किया गया, जैसा कि Ezulwini Consensus और Sirte Declaration में बताया गया है। BRICS ने इन्हें वैश्विक निर्णय-निर्धारण प्रक्रियाओं में शामिल करने की मांग की।
आतंकवाद पर सख्त रुख
BRICS नेताओं ने भारत के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति की बात कही। उन्होंने दोहरे मापदंडों को खारिज करते हुए कहा कि सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आतंकवाद के खिलाफ अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
व्यापार में एकतरफा नीतियों की आलोचना
घोषणा में अमेरिकी व्यापार नीतियों पर परोक्ष प्रहार करते हुए, BRICS नेताओं ने एकतरफा शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं (non-tariff barriers) पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ये उपाय वैश्विक व्यापार और स्थिरता को कमजोर करते हैं।
वैश्विक संघर्षों और फिलिस्तीन संकट पर चिंता
नेताओं ने दुनिया में बढ़ते संघर्षों, ध्रुवीकरण और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के खंडित होने पर भी चिंता जताई। उन्होंने फिलिस्तीनी क्षेत्रों की स्थिति पर विशेष ध्यान देते हुए, अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत शांति पूर्ण समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।
BRICS: बढ़ता वैश्विक मंच
अब BRICS में 11 पूर्ण सदस्य हैं:
- ब्राजील
- रूस
- भारत
- चीन
- दक्षिण अफ्रीका
- मिस्र
- इथियोपिया
- इंडोनेशिया
- सऊदी अरब
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
- ईरान
इसके अलावा BRICS ने अपने साझेदार देशों के दायरे को भी बढ़ाया है। अब बेलारूस, बोलीविया, क्यूबा, कज़ाख़स्तान, मलेशिया, नाइजीरिया, थाईलैंड, युगांडा और उज्बेकिस्तान इसके साझेदार देश हैं। वियतनाम ने भी इस वर्ष BRICS साझेदारी में शामिल होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
उभरती शक्तियों का मंच बनता BRICS
17वां BRICS सम्मेलन इस बात का संकेत है कि यह समूह अब केवल आर्थिक मंच नहीं रह गया है, बल्कि यह वैश्विक सत्ता संतुलन को बदलने और बहुध्रुवीय दुनिया की ओर बढ़ने के लिए गंभीर कूटनीतिक प्रयास कर रहा है। भारत और ब्राजील की सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की मांग इसी रणनीतिक सोच का हिस्सा है।