Hariyali Teej 2025: 27 जुलाई को मनाया जाएगा सुहागिनों का पावन पर्व, जानिए तिथि, पूजन मुहूर्त और महत्व

Hariyali Teej 2025: 27 जुलाई को मनाया जाएगा सुहागिनों का पावन पर्व, जानिए तिथि, पूजन मुहूर्त और महत्व
Hariyali Teej 2025: 27 जुलाई को मनाया जाएगा सुहागिनों का पावन पर्व, जानिए तिथि, पूजन मुहूर्त और महत्व

नई दिल्ली: सावन मास में आने वाला हरियाली तीज का त्योहार महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। यह पर्व प्रकृति की हरियाली के बीच श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। हरियाली तीज का पर्व श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में यह पर्व 27 जुलाई को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक माना जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं, वहीं अविवाहित कन्याएं योग्य वर की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं।

पंचांग के अनुसार, श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 26 जुलाई 2025 को रात्रि 10 बजकर 44 मिनट से प्रारंभ होकर 27 जुलाई को रात्रि 10 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि की मान्यता के अनुसार हरियाली तीज 27 जुलाई को मनाई जाएगी।

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:45 से 5:30 बजे तक, संध्याकाल 5:08 से 6:14 बजे तक और अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:19 से 1:11 बजे तक रहेगा। इस दौरान पूजन करना विशेष फलदायी माना गया है।

हरियाली तीज पर महिलाएं स्नान के बाद हरे और लाल रंग के वस्त्र धारण करती हैं और सोलह श्रृंगार करती हैं। चूड़ियां, बिंदी, सिंदूर, मेहंदी और अन्य सुहाग के सामान से श्रृंगार कर वे शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। देवी पार्वती को फल, फूल, मिठाई, नारियल आदि अर्पित किए जाते हैं।

इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और लोक गीत, नृत्य और झूले का आनंद लेती हैं। विवाहित महिलाएं माता पार्वती से अपने वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करती हैं, वहीं कुंवारी लड़कियां अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति की प्रार्थना करती हैं।

हरियाली तीज केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण पर्व है, जो स्त्रियों के सौंदर्य, समर्पण और श्रद्धा का प्रतीक है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और लोक परंपराओं पर आधारित है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसे आस्था के आधार पर पढ़ें।)