
नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शुक्रवार को सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाकर सोमवार से संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने का भरोसा दिया है। यह बैठक कई दिनों तक चले हंगामे और विपक्ष के सदस्यों द्वारा सदन के बीच में विरोध जताने के बाद आयोजित की गई।
लोकसभा के फिर से शुरू होने पर मुख्य विषय ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा होगी, जो राजनीतिक और रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विपक्ष के दबाव के बाद अध्यक्ष ने यह सुनिश्चित किया कि 28 जुलाई को इस मुद्दे पर सदन में बहस होगी।
ओम बिड़ला ने सांसदों से आग्रह किया कि वे अपने मतभेद सदन की मर्यादा के अनुसार प्रकट करें और कहा, “विरोध दर्ज कराने का भी तरीका होता है। अगर आप संसद चलाना नहीं चाहते तो आज दोपहर 2 बजे तक सदन स्थगित रहेगा।”
वहीं, कांग्रेस सांसद माणिकम टैगोर ने बिहार में 52 लाख मतदाताओं के ‘जनसंख्या वंचित’ होने को लेकर स्थगन प्रस्ताव उठाया। विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पलगाम आतंकी हमला और बिहार में मतदाता सूची में संशोधन को लेकर जवाब देने की मांग की है।
इसके अलावा, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और पाकिस्तान के बीच ‘आग बंदी’ कराने के दावे ने संसद में गर्माहट बढ़ा दी है। ये अंतरराष्ट्रीय मुद्दे और घरेलू विवाद दोनों संसद में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इस समझौते के साथ लोकसभा नियमित कार्यवाही के लिए तैयार है और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के विवरण पर विस्तार से चर्चा करेगी, जो सरकार और विपक्ष दोनों के लिए संवेदनशील विषय है।