पटना: भोजपुरी सिंगर और अभिनेता के साथ-साथ भाजपा नेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह लखनऊ स्थित उनके आवास के बाहर आंसू बहाते और पुलिस से शिकायत करती नजर आईं। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में ज्योति पुलिसकर्मियों से पूछती दिखीं कि उन्हें पति से मिलने से क्यों रोका जा रहा है। वह कहती हैं, “मैं अपने पति पवन सिंह के घर आई हूं। उन्होंने मेरे खिलाफ FIR दर्ज कराई है। अब पुलिस मुझे लेकर जाने आई है। मैंने कोई अपराध क्यों किया है?”
इसके जवाब में एक महिला पुलिसकर्मी बताती हैं कि ज्योति ने भी मारपीट का शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन ज्योति इस बात का पूरी तरह से इनकार करती हैं और कहती हैं, “मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है।”
इस घटना से पहले ज्योति ने फेसबुक पर एक सार्वजनिक संदेश भी पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने पवन सिंह को लिखा था, “प्रिय पति श्री पवन सिंह, मैं कल लखनऊ आपके आवास पर आपसे और आपके परिवार से मिलने आ रही हूं। मैं वहां दो दिन तक आपका इंतजार करूंगी।”
पवन सिंह की राजनीतिक वापसी और विवाद
यह घटना ऐसे समय में आई है जब पवन सिंह ने हाल ही में भाजपा में वापसी की है। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर भी चुनाव लड़कर अपनी राजनीतिक यात्रा को जारी रखा था। हालांकि उनकी राजनीतिक राह आसान नहीं रही।
शुरुआत में भाजपा ने उन्हें आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उनकी कुछ विवादित और विपक्षी पार्टियों द्वारा “अश्लील” मानी गई भोजपुरी गीतों के कारण भाजपा ने उनकी उम्मीदवारिता वापस ले ली। इसके बाद पवन सिंह कराकट सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े, जिससे भाजपा के वोट शेयर पर असर पड़ा। खासतौर पर शाहाबाद क्षेत्र में, जहां जातीय समीकरण बेहद महत्वपूर्ण हैं, पवन सिंह की भूमिका चर्चा में रही।
पवन सिंह की भाजपा में वापसी को रणनीतिक कदम माना जा रहा है, खासकर तब जब NDA को बक्सर, अररा, रोहतास और कराकट में 2024 के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था। उनकी राजपूत पहचान और भोजपुरी भाषा बोलने वाले मतदाताओं में उनकी लोकप्रियता भाजपा के लिए अहम मानी जा रही है।
साथ ही उनकी वापसी का उद्देश्य कुशवाहा समुदाय के साथ भी मेल-मिलाप करना था, खासतौर पर तब जब भाजपा सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा ने कराकट में अपनी हार के लिए पवन सिंह को जिम्मेदार ठहराया था।
पवन सिंह की भोजपुरी पहचान
पवन सिंह भोजपुरी फिल्म और संगीत जगत के जाने-माने नाम हैं। उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर गाने जैसे “लगावेलु लिपस्टिक” और फिल्मों जैसे “प्रतिज्ञा” और “सत्य” में अपनी छाप छोड़ी है।
यह मामला उनके निजी जीवन और राजनीतिक करियर दोनों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है और आने वाले समय में इसकी वजह से कई राजनीतिक हलचलें देखने को मिल सकती हैं।