चुनाव आयोग ने 1 अप्रैल को महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए भाजपा नेता दिलीप घोष और कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत को फटकार लगाई थी। जिसके बाद EC ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया को महिलाओं की गरिमा बढ़ाने के रूप में देखता है और इसकी स्थिति में गिरावट का कोई प्रयास स्वीकार नहीं होगा। साथ ही आयोग ने दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत को आचार संहिता उल्लंघन को लेकर नोटिस दिया गया था। जिस पर चुनाव आयोग ने कहा कि दोनों नेताओं ने माना कि उन्होंने गलत बोला है।
किस लिए EC ने लगाई दोनों नेताओं को फटकार
दरअसल, भाजपा ने बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री कंगना रनोट को लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश के मंडी से अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कंगना रनोट पर अभद्र टिप्पणी की थी। सुप्रिया के अकाउंट से लिखा गया था कि “क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा?”
विवाद के बाद श्रीनेत ने अपने सभी सोशल अकाउंट्स से दिए गए विवादित स्टेटमेंट को हटा दिया। और उनकी तरफ से कहा गया कि ये पोस्ट मैने नहीं कि थी। साथ ही उन्होने सफाई देते हुए कहा कि मेरे अकाउंट का कई लोगों के पास एक्सेस है।
इसके अलावा, दिलीप घोष का तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी के बारे में अपमानजनक स्टेटमेंट बोलते हुए एक वीडियो रिकार्ड किया गया था। हालांकि बाद में उन्होंने ममता के बारे में दिए गए अपमानजनक स्टेटमेंट के लिए माफी मांगी।