शतरंज के पूर्व दिग्गज कास्परोव ने राहुल गांधी पर कसा तंज, कहा रायबरेली से जीतकर दिखाएं
शतरंज के पूर्व दिग्गज कास्परोव ने राहुल गांधी पर कसा तंज, कहा रायबरेली से जीतकर दिखाएं
भारतीय शतरंज खिलाड़ी इन दिनों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज कर रहे हैं। कैंडिडेट्स हो या वर्ल्ड चैंपियनशिप, भारतीय खिलाड़ियों ने हर जगह अपना लोहा मनवाया है। इस बीच जब एक यूजर ने मौजूदा खिलाड़ियों को पूर्व वर्ल्ड चैंपियन से बेहतर तो बताया तो एक्स पर एक नई बहस शुरू हो गई। रूस के पूर्व वर्ल्ड चैंपियन गैरी कास्परोव ने राहुल गांधी का नाम लेकर इस बहस को नया मोड़ दे दिया। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने इस पर मजाकिया अंदाज में लिखा कि ‘बहुत राहत महसूस हो रही है कि गैरी कास्परोव और विश्वनाथन आनंद जल्दी रिटायर हो गए और उन्हें हमारे समय की सबसे बड़ी शतरंज प्रतिभा का सामना नहीं करना पड़ा।’ आपको बता दें की हाल ही में कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर राहुल गांधी की एक वीडियो साझा की थी। इस वीडियो में राहुल गांधी अपने मोबाइल पर चेस खेलते नजर आ रहे थे। इस दौरान राहुल गांधी ने अपना पसंदीदा चेस खिलाड़ी गैरी कास्परोव को बताया और चेस के खेल और राजनीति की तुलना भी कर डाली। राहुल गांधी ने कहा कि जब आप राजनीति और चेस के खेल में बेहतर हो जाते हैं तो विपक्षी के मोहरे भी आपके मोहरों की तरह काम करते हैं।
जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक यूजर ने इस पर मजाकिया अंदाज में लिखा कि ‘बहुत राहत महसूस हो रही है कि गैरी कास्परोव और विश्वनाथन आनंद जल्दी रिटायर हो गए और उन्हें हमारे समय की सबसे बड़ी शतरंज प्रतिभा का सामना नहीं करना पड़ा।’ इस वीडियो पर टिप्पणी करते हुए गैरी कास्परोव ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में राहुल गांधी पर लगभग तंज कसते हुए लिखा कि ‘परंपरागत निर्देश है कि आपको शीर्ष पर चुनौती देने से पहले रायबरेली से जीतकर दिखाना चाहिए।’
कास्परोव ने तंज पर दी सफाई
अब उन्होंने एक नए पोस्ट में लिखा है कि उन्होंने सिर्फ छोटा सा मजाक किया था और उन्हें उम्मीद है कि उनके मजाक को विशेषज्ञता के तौर पर नहीं देखा जाएगा। गैरी कास्परोव का यह पोस्ट ऐसे समय आया है, जब शुक्रवार को ही राहुल गांधी ने कांग्रेस की परंपरागत लोकसभा सीट रायबरेली से नामांकन किया है। गैरी कास्परोव ने साल 2005 में चेस के खेल से संन्यास ले लिया था। कास्परोव, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर आलोचक माने जाते हैं और इसके चलते उन्हें रूस छोड़ना पड़ा था। फिलहाल कास्परोव क्रोएशिया में रह रहे हैं। कास्परोव महज 22 साल की उम्र में विश्व चैंपियन बने थे और लगातार 255 हफ्ते तक दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी रहे थे।