सोशल मीडिया पर एक रिजल्ट वायरल हो रहा है. ये रिजल्ट क्लास 4 में पढ़ने वाली एक छात्रा का है. रिपोर्ट कार्ड में कुल 6 सब्जेक्ट के नंबर दिख रहे हैं. लेकिन इनमें दो सब्जेक्ट ऐसे हैं जिनके नंबरों में गोलमाल साफ दिखाई दे रहा है. इस वायरल रिजल्ट ने प्राइमरी स्कूल में हुई लापरवाही की पोल खोल दी है.
दो सब्जेक्ट में गोलमालगुजरात के दाहोद जिले के खरसाना गांव की रहने वाली वंशीबेन मनीषभाई कटारा स्थानीय प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई करती है. हाल ही में स्कूल ने रिजल्ट घोषित किया था. इसमें गुजराती, गणित, पर्यावरण, हिंदी, अंग्रेजी और व्यक्तित्व विकास के नंबर थे. छात्रा बेहतरीन नंबरों (93.40%) से पास हुई है. दो सब्जेक्ट में तो उसे अधिकतम अंक से भी ज्यादा नंबर आए हैं. वंशीबेन को गुजराती में 200 नंबर में से 211 मिले हैं. वहीं गणित में उसने 200 में से 212 नंबर हासिल किए हैं. दूसरे विषयों की बात की जाए तो पर्यावरण में कुल 200 में से 169, हिंदी में 100 में से 94, अंग्रेजी में 100 में से 95 और व्यक्तिगत विकास में 200 में से 175 नंबर मिले हैं. जोड़ने के बाद 1000 में से कुल 965 अंक बन रहे हैं. रिजल्ट मिलने के बाद वंशीबेन ने खुश होकर इसे परिवार को दिखाया. जब घरवालों ने रिजल्ट देखा तो उन्होंने गलती पकड़ ली और बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई. इसके साथ ही वंशीबेन का रिजल्ट सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया. वंशीबेन के पिता मनीष कटारा ने इसकी जानकारी स्कूल के प्रिंसिपल को दी. रिजल्ट बनाने में बड़ी गलती की जानकारी मिलते ही छात्रा को दूसरे दिन नई मार्कशीट दी गई.
वहीं इस मामले पर स्कूल के प्रिंसिपल मानसिंह पारगी ने बताया कि,”परीक्षा फाइल सही है. लेकिन कंप्यूटर में कॉपी पेस्ट में गलती हुई है. चूक तो हुई है टीचर से, दोबारा ऐसा नहीं होगा. हमने स्टूडेंट को जो मार्कशीट दी थी उसे वापस ले लिया है. बच्ची को नया रिजल्ट दिया गया है.” जिसके बाद प्राइमरी स्कूल की इस लापरवाही की जानकारी मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं. इस मामले पर प्राथमिक शिक्षण अधिकारी अतुलभाई भाभोर ने कहा कि “खरसाना प्राइमरी स्कूल का रिजल्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. उसमें गुजराती विषय में 200 में से 211 और गणित में 200 में से 212 नंबर मिले हैं. शुरुआती जांच में प्रिंसिपल ने बताया कि ये कंप्यूटर मिस्टेक है. इसकी जांच के बाद कार्रवाई होगी.”