
अहमदाबाद: अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एयर इंडिया का अत्याधुनिक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर भीषण हादसे का शिकार हो गया। यह दुर्घटना मेघानीनगर इलाके में हुई, जहां विमान एक रिहायशी इलाके में गिरते ही आग का विशाल गोला बन गया।
हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, जिनमें 12 क्रू मेंबर्स भी शामिल थे। केवल एक यात्री, रमेश विश्वासकुमार (सीट 11A), चमत्कारिक रूप से इस भयावह हादसे से बच निकले।
कई प्रमुख हस्तियों की गई जान
इस दुर्घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और बॉलीवुड अभिनेता विक्रांत मैसी के चचेरे भाई की भी मौत हो गई। विमान में कई विदेशी नागरिक भी सवार थे। अब यह बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर टेकऑफ के महज 5 मिनट बाद ऐसा क्या हुआ, जिससे एक हाईटेक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया?
हादसे की जांच में सामने आ रही संभावित वजहें
प्रारंभिक जांच में निम्नलिखित 8 प्रमुख संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है:
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) में चूक
- रनवे क्लियरेंस में भ्रम या अन्य विमान से दूरी का गलत आकलन।
- तकनीकी खराबी
- इंजन फेल्योर, ईंधन आपूर्ति में रुकावट, हाइड्रोलिक सिस्टम में गड़बड़ी या ऑटोपायलट की विफलता।
- लैंडिंग गियर या अन्य यांत्रिक दोष
- लैंडिंग गियर की गड़बड़ी या महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में खराबी।
- पायलट से मानवीय भूल
- तकनीकी गड़बड़ी के समय त्वरित निर्णय में चूक या क्रू के बीच तालमेल की कमी।
- बर्ड हिटिंग
- टेकऑफ के दौरान पक्षियों से टकराना, खासकर इंजन में घुसने पर गंभीर असर।
- वजन और संतुलन में गड़बड़ी
- यात्रियों, सामान और ईंधन का असमान वितरण जिससे संतुलन बिगड़ सकता है।
- खराब मौसम
- तेज हवाएं, धुंध, बारिश या ‘माइक्रोबर्स्ट’ जैसी परिस्थितियां।
- आतंकी साजिश की आशंका
- विमान में विस्फोटक, साइबर हैकिंग या जानबूझकर की गई तोड़फोड़ की आशंका (इस पहलू की पुष्टि जांच के बाद ही संभव होगी)।
जांच में जुटी हाई-लेवल टीम
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और विमान निर्माता कंपनी बोइंग की संयुक्त टीम ने जांच शुरू कर दी है। दुर्घटना के स्थल से ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उम्मीद है कि ये डिवाइस दुर्घटना के सटीक कारणों को उजागर करने में मदद करेंगे।
प्रधानमंत्री ने किया स्थल का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद पहुंचकर हादसे के स्थल का निरीक्षण किया और सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। सरकार की ओर से उच्च स्तरीय जांच समिति गठित कर दी गई है। यह विमान हादसा न केवल भारत के विमानन इतिहास का सबसे भीषण हादसा बन गया है, बल्कि तकनीकी, मानव और प्रणालीगत जिम्मेदारियों पर भी कई सवाल खड़े कर गया है। आने वाले दिनों में जांच से जुड़ी और जानकारियां सामने आने की संभावना है, जो इस त्रासदी की जड़ तक पहुंचने में मदद करेंगी।