प्रकाशम: आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां 57 वर्षीय के. लक्ष्मी देवी ने अपने बेटे के. श्याम प्रसाद (35) की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, बेटे की लगातार अश्लील और आपत्तिजनक हरकतों से परेशान होकर मां ने यह खौफनाक कदम उठाया।
अश्लील हरकतों से परेशान होकर मां ने की हत्या
प्रकाशम के पुलिस अधीक्षक ए. आर. दामोदर ने बताया कि श्याम प्रसाद की हरकतें असहनीय हो चुकी थीं।
“उसका व्यवहार विकृत और शर्मनाक था। उसने अपनी मां के अलावा अपनी मौसियों और अन्य महिला रिश्तेदारों के साथ भी अनुचित हरकतें की थीं।”
पुलिस के मुताबिक, श्याम प्रसाद एक क्लीनर के रूप में काम करता था और अविवाहित था। उसने हैदराबाद, नरसरावपेट, बेंगलुरु और खम्मम में अपने महिला रिश्तेदारों के साथ अश्लील हरकतें की थीं।
शव के किए टुकड़े
पुलिस की जांच में सामने आया कि हत्या दरांती या कुल्हाड़ी जैसे तेजधार हथियार से की गई थी। हत्या के बाद, श्याम प्रसाद के शव को पांच टुकड़ों में काटकर तीन बोरी में भर दिया गया और कंबूम गांव की नकलगंडी नहर में फेंक दिया गया।
हत्या में परिवार के अन्य लोग भी शामिल
इस खौफनाक वारदात में लक्ष्मी देवी के कुछ रिश्तेदारों ने भी उसका साथ दिया। पुलिस ने उनके खिलाफ BNS की धारा 103(1) और 238 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश जारी है।
पुलिस ने बताया कि अभी तक सभी आरोपी फरार हैं, लेकिन उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
न्याय या अपराध? समाज में उठ रहे सवाल
यह मामला सिर्फ एक जघन्य अपराध नहीं, बल्कि न्याय और नैतिकता को लेकर गंभीर सवाल भी खड़ा करता है। क्या एक मां के लिए अपने बेटे की हत्या करना ही आखिरी रास्ता था? परिवार और समाज में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए? पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही नए खुलासे होने की संभावना है।