वाराणसी। काशी की पवित्र धरती उस समय सन्न रह गई जब 19 वर्षीय युवती से 6 दिन तक लगातार गैंगरेप की रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई। आरोप है कि कुल 23 दरिंदों ने युवती को नशा देकर कई होटलों और हुक्का बार में घुमाया और दरिंदगी की सारी हदें पार कर दीं। पुलिस अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि बाकी की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।
अपर पुलिस आयुक्त, कैंटोनमेंट, विदूष सक्सेना ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर 12 नामजद और 11 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष, सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद, ज़हीर और इमरान शामिल हैं।
पीड़िता को नशा देकर बनाया शिकार
पीड़िता की मां ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी 29 मार्च को एक दोस्त के घर गई थी। लौटते वक्त राज विश्वकर्मा नामक युवक ने उसे लंका स्थित अपने कैफे में बुलाया, जहां उसने और उसके साथी ने “गलत काम” किया। अगली सुबह समीर नाम का युवक बाइक पर बैठाकर उसे हाईवे ले गया और वहीं “घिनौनी हरकत” की।
इसके बाद युवती को एक-एक कर कई युवकों ने अपनी हवस का शिकार बनाया। 31 मार्च को सिगरा स्थित कॉन्टिनेंटल कैफे में छह युवकों – आयुष, सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद और ज़हीर – ने उसे नशा पिलाकर बारी-बारी से गैंगरेप किया।
होटल से गली, गली से छत तक दरिंदगी
1 अप्रैल को साजिद और उसके दोस्तों ने एक होटल में ले जाकर फिर से दरिंदगी की। उसी दिन इमरान ने भी नशा पिलाकर होटल में बलात्कार किया और चिल्लाने पर बाहर फेंक दिया। 2 अप्रैल को राज खान ने हुकुलगंज स्थित अपने घर की छत पर ले जाकर जबरदस्ती करने की कोशिश की, फिर अस्सी घाट पर नशे की हालत में छोड़ दिया।
3 अप्रैल को दानिश और उसके साथियों ने फिर एक बार पीड़िता को नशा दिया और चौराहों से होते हुए उसे चौकाघाट के पास छोड़ दिया। 4 अप्रैल को युवती के लापता होने की शिकायत दर्ज की गई थी, जबकि 6 अप्रैल को गैंगरेप का मामला दर्ज हुआ।
चुप्पी साधे परिवार, फूटा इंसाफ का गुस्सा
पीड़िता के परिजन मीडिया से बात करने से इनकार कर रहे हैं। पीड़िता की मां ने बस इतना कहा, “जो भी जानकारी चाहिए, पुलिस स्टेशन से लें।” इस घटना ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और लोगों में आक्रोश है।
पुलिस ने दावा किया है कि शेष आरोपियों को भी जल्द ही सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा। फिलहाल जांच जारी है और कई जगहों पर सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।