OpenAI के पूर्व इंजीनियर Suchir Balaji की मौत पर हुआ बड़ा खुलासा, सही निकला मां का शक

OpenAI के पूर्व इंजीनियर Suchir Balaji की मौत पर हुआ बड़ा खुलासा, सही निकला मां का शक
OpenAI के पूर्व इंजीनियर Suchir Balaji की मौत पर हुआ बड़ा खुलासा, सही निकला मां का शक

OpenAI के पूर्व इंजीनियर सिचिर बालाजी की रहस्यमय मौत को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। बालाजी की मां, पूर्निमा रामाराव ने दावा किया है कि उनके बेटे की हत्या की गई थी और उन्होंने FBI से मामले की गहरी जांच की मांग की है। उनकी इस अपील के बाद, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और लेखक संजीव सान्याल ने भी ट्विटर पर इस मामले की गंभीरता पर सवाल उठाए और कहा कि बालाजी को केवल कॉपीराइट के मुद्दे पर नहीं, बल्कि कुछ और चीजों पर ध्यान देने की वजह से खतरा हो सकता था। उन्होंने इस मामले की पूरी जांच की जरूरत जताई।

बालाजी की मौत 26 नवंबर, 2024 को हुई थी, और उनका शव 26 नवंबर को उनके सान फ्रांसिस्को स्थित अपार्टमेंट से बरामद हुआ। मेडिकल रिपोर्ट में उनकी मौत को आत्महत्या करार दिया गया था, लेकिन बालाजी की मां ने इसे पूरी तरह से खारिज करते हुए इसे “हत्या” बताया। रामाराव का कहना है कि उनके बेटे की मौत के कारण आत्महत्या नहीं, बल्कि साजिश और हत्या थे।

क्या था मामला?

बालाजी, जो OpenAI में इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे, उन्होंने कंपनी के भीतर कुछ बड़े सवाल उठाए थे। उन्होंने OpenAI द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे डेटा के बारे में संदेह जताया था और इसे कॉपीराइट उल्लंघन बताया था। 23 अक्टूबर को, उनका एक इंटरव्यू The New York Times में प्रकाशित हुआ, जिसमें उन्होंने OpenAI द्वारा डेटा चोरी और कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया था। इसके बाद ही, 26 नवंबर को उनकी मौत हो गई।

उनकी मां ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सिचिर ने OpenAI के संस्थापक सैम ऑल्टमैन के खिलाफ कई बातें साझा की थीं और उन्हें इस पर काफी एथिकल चिंता थी। वह मानते थे कि कंपनी के कामकाजी तरीके सही नहीं थे और उन्होंने कई बार इस बारे में सार्वजनिक रूप से बात की थी।

हत्या का आरोप और साक्ष्य

रामाराव ने दावा किया कि उनकी बेटे की मौत के बाद, जब उन्होंने और उनके वकील ने बालाजी के अपार्टमेंट का निरीक्षण किया, तो उन्हें कई बातें संदिग्ध लगीं। उन्होंने कहा कि सिचिर के पास ताजे आपूर्ति के पैकेट थे, जिनमें से अधिकांश खुले नहीं थे, और ऐसा किसी व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने की स्थिति में नहीं होता। इसके अलावा, शारीरिक चोटें और सिर में एक गहरी चोट, जिसे गोली के अलावा अन्य कारण से माना गया, यह भी एक महत्वपूर्ण संकेत था।

उनका कहना है कि बालाजी के सिर पर चोट का निशान था और ऐसा लगता था कि उन्हें पीछे से हमला किया गया था। रामाराव का मानना है कि सिचिर को पहले शारीरिक रूप से निष्क्रिय किया गया और फिर उन्हें बैठाकर गोली मारी गई। इसके अलावा, उनके अपार्टमेंट में एक विग का टुकड़ा भी पाया गया, जो बालाजी का नहीं था, और जो खून से सना हुआ था।

मां का कहना है:

रामाराव ने कहा, “हमारी प्राथमिक जांच में हमें यह बहुत स्पष्ट प्रतीत हुआ कि यह आत्महत्या नहीं थी, बल्कि यह हत्या का मामला था। हम जल्द ही सभी साक्ष्यों के आधार पर एक वर्चुअल रियलिटी वीडियो बनाएंगे, जिसे हम कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे और यह स्पष्ट करेंगे कि उस दिन उनके साथ क्या हुआ था।”

बालाजी, जो कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले के स्नातक थे, एक प्रतिष्ठित प्रोग्रामर थे और उन्होंने कई प्रमुख टेक कंपनियों में काम किया था। OpenAI में रहते हुए, उन्होंने चैटजीपीटी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका नाम उन लोगों में शामिल था जिन्होंने ACM ICPC वर्ल्ड फाइनल्स में शीर्ष स्थान प्राप्त किया था।

अंत में

सिचिर बालाजी की मौत ने तकनीकी दुनिया और सामान्य जनता को हिला कर रख दिया है। उनकी मां की अपील और कथन ने इस मामले को और भी रहस्यमय बना दिया है। अब यह देखना होगा कि अमेरिकी जांच एजेंसियां इस मामले की और गहराई से जांच करती हैं या नहीं, और क्या सिचिर के जीवन और काम से जुड़ी सच्चाई सामने आती है।

Digikhabar Editorial Team
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